
उत्तराखंड भाषा संस्थान की ओर से देहरादून स्थित सर्वे आडिटोरियम में गुरुवार को हिंदी दिवस पर आयोजित भव्य और गरिमामय कार्यक्रम में करीब 300 स्कूली बच्चों को भाषा मंत्री सुबोध उनियाल और हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने पुरस्कृत किया।
इस मौके पर हरिद्वार सांसद और पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि हिंदी विश्व की सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है। हिंदी रोजगार दिलाने में भी सहायक है। केंद्र की मोदी सरकार भी हिंदी कोवा देने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने बच्चों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि यही बच्चे आगे चलकर बड़े साहित्यकार बनेंगे। सूबे के भाषा मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि हिंदी बोलने में गर्व महसूस करना चाहिए। हिंदी किसी भी भाषा से कमतर नहीं है। सुप्रीम कोर्ट तक ने फैसले हिंदी में भी अनुवादित करने की पहल की है, जो बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने भाषा संस्थान की निदेशक स्वाति एस भदोरिया को कार्यक्रम के लिए बधाई दी। रजिस्ट्रार जनरल वीके माहेश्वरी और भाषा सचिव विनोद रतूड़ी ने भी विचार व्यक्त किए। इससे पहले भदोरिया ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।
इस मौके पर निर्णायक मंडल के सदस्यों वरिष्ठ साहित्यकार लक्ष्मी प्रसाद बडोनी, डा. उमा शर्मा और डा. ममता कुंवर को भाषा मंत्री सुबोध उनियाल ने सम्मानित किया। निर्णायक मंडल के एक सदस्य शांति प्रकाश जिज्ञासु कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए। दो वर्गों में आयोजित प्रतियोगिता में बच्चों ने उत्साहपूर्वक भागीदारी की। पुरस्कृत बच्चों को उत्तराखंड भाषा संस्थान की निदेशक आईएएस स्वाति एस. भदोरिया, लाल बहादुर शास्त्री अकादमी मसूरी की प्रोफेसर कुमुदिनी नौटियाल, भाषा सचिव विनोद रतूड़ी और रजिस्ट्रार जनरल वीके माहेश्वरी ने भी आशीर्वाद दिया। वरिष्ठ शिक्षाविद सुशील उपाध्याय ने कार्यक्रम का बेहतरीन संचालन किया। हिंदी को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहे जयंती प्रसाद नौटियाल, जसवीर सिंह हलधर, कैलाश और अभिभावकों और शिक्षकों की गरिमामय उपस्थिति में कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।