
इस बार का नोबेल शांति पुरस्कार *नरगिस मोहम्मदी* को मिला है। नरगिस मोहम्मदी का नाम ईरान में मानवाधिकारों की लड़ाई का पर्याय बन चुका है। नोबेल कमिटी ने कहा है कि महिलाओं के दमन के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाली नरगिस को उनके बहादुरी भरे संघर्ष की जबरदस्त व्यक्तिगत कीमत चुकानी पड़ी है। इस समय नरगिस मोहम्मदी 10 वर्ष और नौ महीने की सजा काट रही है।
- _उन्हें अब तक 13 बार गिरफ्तार किया जा चुका है। बेजुबानों की आवाज बनने, मौत की सजा के खिलाफ उनके अथक अभियान के लिए उन्हें बार-बार सजा सुनाई गई है।बीते 2 दशकों में अधिकांश समय उनका जेल में गुजरा है। उन्हें अब तक कुल 31 सालों की सजा सुनाई जा चुकी है। इसके अलावा उन्हें 154 कोड़े की सजा भी सुनाई गई है।
*नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने 259 व्यक्तियों और 92 संगठनों सहित 351 उम्मीदवारों में से दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण शांति पुरस्कार के लिए इस वर्ष के विजेता को चुना। मोहम्मदी 122 साल पुराना पुरस्कार जीतने वाली 19वीं महिला हैं।*
*नरगिस मोहम्मदी को हार्दिक बधाई!!*