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कवियों ने गीत-ग़ज़लों से महफ़िल को लगाए चार चांद

-साहित्यिक और सामाजिक संस्था मुंबई की हृदयांगन एवं डॉ सत्य होप टॉक संस्था बनारस के संयुक्त तत्वावधान में हुआ कवि सम्मेलन

देहरादून : साहित्यिक और सामाजिक संस्था मुंबई की हृदयांगन एवं डॉ सत्य होप टॉक संस्था बनारस के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को बलिदान दिवस पर यहां कैनाल रोड स्थित हरिशरणम होमस्टे में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें कवियों और शायरों ने जहां होली से संबंधित रचनाएं पेश की, वहीं गीत-ग़ज़लों से महफ़िल को चार चांद लगाए। दून २०२५ के नाम से कार्यक्रम की शुरुआत अमर शहीद अमर नाथ चतुर्वेदी की मूर्ति पर दीप प्रज्जवलन, माल्यार्पण एवं देशभक्ति के नारों के साथ हुआ।

सबसे पहले वीणापाणी की वंदना डॉ. क्षमा कौशिक द्वारा प्रस्तुत की गई। संचालन संस्था की उत्तराखंड प्रभारी कविता बिष्ट ‘नेह’ ने किया। श्री अमर नाथ चतुर्वेदी तात श्री स्मृति सम्मान से साहित्यकारों को सम्मानित किया गया।

इसके अलावा, श्री रघुनाथ मिश्र सहज सम्मान 2025 से छंदोबद्ध साहित्यकार श्री धर प्रसाद द्विवेदी (डॉल्टनगंज), छंदमुक्त साहित्यकार अंजलि डुडेजा (पौड़ी) और समाज के अति विशिष्ट व्यक्तित्व महेन्द्र कुमार त्रिपाठी (गोला गोकर्णनाथ) को तथा महामना मानस संतति सम्मान से सभी कवि गण विभूषित हुए। हृदयांगन संस्था द्वारा युगल सरकार के चित्र पर आधारित प्रतियोगिता में सफल प्रतिभागियों क्रमशः डॉ. वर्षा खन्ना, डॉ. इंदु अग्रवाल और संतोषी दीक्षित को सम्मानित किया गया।

हृदयांगन के संस्थापक डॉ. विधुभूषण एवं डॉ. सत्या होप टॉक के संस्थापक ने नारी सम्मान के प्रति विशिष्ट जागरूकता के कारण मंच पर केवल मातृशक्ति को मंचासीन कर समृद्ध मंच को अतिरिक्त गौरव प्रदान किया। आयोजन की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष हृदयांगन संस्था समूह की संयोजिका डॉ. विद्युत प्रभा चतुर्वेदी मंजू जी ने किया।
डॉ. सत्य प्रकाश पांडेय संस्थापक डॉ सत्या होप टॉक‌ के साथ विशिष्ट अतिथि डॉ. राम विनय सिंह, असीम शुक्ल, भारत भूषण शर्मा एवं नीरज कांत सोती, डॉ. वर्षा खन्ना, यति शर्मा, रूबी कंचन, अनुपम शुक्ल, शुचि शर्मा, कात्यानी ने मंच की शोभा बढ़ाई। बेहतर मंच संचालन के लिए कविता बिष्ट ‘नेह’ को उत्कृष्ट कवि सम्मेलन संचालिका २०२५ शॉल सम्मान पत्र और मानदेय देकर सम्मानित किया गया।
समारोह में डॉ. राकेश बलूनी, नीरज नैथानी, नंदन राणा नवल, मणि अग्रवाल ‘मणिका’, डॉ. क्षमा कौशिक, डॉ. स्वाति मिश्रा, शोभा पराशर, अर्चना झा सरित, उषा झा, शिवचरण शर्मा ‘मुज़्तर’, दर्द गढ़वाली, राकेश जैन, श्रीधर कृष्णार्थ, रंजना पाण्डेय, सुधा बसोर, अरुण भट्ट, जसवीर हलधर, संगीता बहुगुणा, धर्मेंद्र उनियाल, सत्य प्रकाश सत्य, अंशु जैन, स्वाति, संतोषी, रचना शास्त्री, विनोद शर्मा, ममता जोशी स्नेह, सतेंद्र शर्मा तरंग, झरना माथुर, संजय प्रधान, नीमा शर्मा, मयंक चतुर्वेदी, महेश्वरी कनेरी आदि कवि कवयित्रियों ने काव्य पाठ किया गया, जिसकी विद्वतजनों ने मुक्तकंठ प्रशंसा की। प्रधान संयोजक नीरज कांत सोती ने संस्था का परिचय दिया। हरिशरणम् होम स्टे के संचालक मयंक चतुर्वेदी की उत्तम व्यवस्था के लिए आभार व्यक्त किया।

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