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गढ़वाली फिल्म ‘मेरी प्यारी बोई’ रिलांच, मुख्यमंत्री ने भी देखी फिल्म

- उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ फिल्म डेस्टिनेशन बनाने को सरकार प्रतिबद्ध: मुख्यमंत्री - प्रीमियर शो में फिल्म निर्देशक मुकेश धस्माना, प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना और अभिनेत्री निवेदिता बौंठियाल भी हुई शामिल

देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शुक्रवार को देहरादून के सिल्वर सिटी मॉल में आयोजित गढ़वाली फीचर फ़िल्म ‘मेरी प्यारी बोई’ के प्रीमियम में शामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म डेस्टिनेशन बनाने के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि राज्य सरकार इस विषय में अत्यंत गंभीर है और ठोस रणनीति के साथ कार्य कर रही है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि हाल ही में हमारी सरकार ने ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज होने वाली फिल्मों तथा वेब सीरीज को भी अनुदान देने का प्राविधान किया है। नेटफ्लिक्स, अमेज़न प्राइम, सोनी लाइव, ज़ी तथा जियो हॉटस्टार पर रिलीज होने वाली फिल्मों और वेब सीरीज को अनुदान देने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार फिल्म निर्माण से जुड़े हर क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। फिल्म निर्माण से राज्य में प्रत्यक्ष रोजगार की नई गतिविधियों को बढ़ावा मिलने के साथ ही राज्य के पर्यटन को भी नई मजबूती मिल रही है।

सीएम ने बताया कि पर्यटन विभाग की मदद से नए शूटिंग स्थलों को चिन्हित कर उन्हें शूटिंग के लिए बढ़ावा देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है, ताकि फिल्मों के माध्यम से उत्तराखण्ड के अपेक्षाकृत कम प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों को भी बढ़ावा दिया जा सके। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में फिल्मों की शूटिंग के लिए हर संभव मदद दी जाएगी। राज्य सरकार ने नई फिल्म नीति-2024 लागू की है, जिससे यहां फिल्म बनाना और भी आसान हो गया है।
उन्होंने बताया कि सिंगल विंडो सिस्टम के तहत शूटिंग की अनुमति दी जा रही है, जिससे प्रक्रिया तेज और सरल हो गई है। इसके अलावा, हिंदी और संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल भाषाओं की फिल्मों को उत्तराखण्ड में व्यय राशि का 30 फीसदी खर्च या अधिकतम 3 करोड़ रुपए तक का अनुदान दिया जा रहा है। बड़ी बजट (50 करोड़ रुपए से अधिक) और विदेशी फिल्मों पर भी राज्य में हुए खर्च का 30 फीसदी या अधिकतम 3 करोड़ रुपए तक का अनुदान मिलता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना न केवल फिल्मों को प्रोत्साहित कर रही है बल्कि राज्य में पर्यटन को भी बढ़ावा दे रही है। राज्य की क्षेत्रीय भाषाओं की फिल्मों के लिए राज्य में व्यय की गई राशि का अधिकतम दो करोड़ रुपए का अनुदान दिया जा रहा है। सीएम ने कहा कि उत्तराखण्ड में शूटिंग के लिए कई खूबसूरत डेस्टिनेशन हैं। सरकार का मकसद है कि फिल्म इंडस्ट्री को बेहतर सुविधाएं देकर राज्य को फिल्म निर्माण का हब बनाया जाए।
इस अवसर पर मेयर सौरभ थपलियाल, फिल्म निर्देशक मुकेश धस्माना, प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, अभिनेत्री निवेदिता बौंठियाल, फिल्म निर्माता, मुनेंद्र सकलानी, सुनील बडोनी, परिणीती बडोनी एवं फ़िल्म “मेरी प्यारी बोई” की पूरी टीम सहित बड़ी संख्या में दर्शक मौजूद रहे।
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पहाड़ी ज़िंदगी और संस्कृति का जीवंत दस्तावेज है गढ़वाली फिल्म ‘मेरी प्यारी बोई’
सिने अभिनेत्री निवेदिता बौंठियाल ने अपनी भूमिका से किया पूरा न्याय
– साफ-सुथरी फिल्म बनाना और समाज को संदेश देना उनका ध्येय : मुकेश धस्माना
लक्ष्मी प्रसाद बडोनी
देहरादून: राजधानी के सिल्वर सिटी में रिलांच हुई गढ़वाली फिल्म ‘मेरी प्यारी बोई’ पहाड़ी ज़िंदगी और संस्कृति का जीवंत दस्तावेज है। यह फिल्म एक ठेठ पहाड़ी मां के संघर्षों की कहानी है कि किस तरह वह बेटे को पढ़ाने-लिखाने के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देती है। फिल्म की मुख्य किरदार बोई की भूमिका में निवेदिता बौंठियाल ने पूरा न्याय किया है। वह इस चरित्र में पूरी तरह रच-बस गई हैं। फिल्म निर्देशक मुकेश धस्माना ने वर्ष 2004 में यह फिल्म बनाई थी, जिसे करीब 21 साल बाद रिलांच किया गया है। पहाड़ में शादी-ब्याह और खुशी के मौके पर पूरे गांव में गुड़ बांटना जैसे दृश्यों ने तमाम दर्शकों को पुराने दिनों की याद ताजा करा दी। आज भले ही देहरादून आना-जाना आसान हो गया है, लेकिन पहले सुदूर पहाड़ से आकर देहरादून में पढ़ना सपने जैसा था। फिल्म निर्देशक मुकेश धस्माना का कहना है कि साफ-सुथरी फिल्म बनाना और समाज को संदेश देना उनका ध्येय है और मेरी प्यारी बोई में उन्होंने मार-धाड़ या विलेन से परहेज़ किया है। फिल्म में पहाड़ के गांव, लोग और उनका जीवन व संस्कृति और समस्याओं के बीच जीवन जीने का संघर्ष दिखाया है। फिल्म अभिनेत्री निवेदिता बौंठियाल ने कहा कि आज भी पहाड़ की बुजुर्ग महिलाएं खुद को शहर में एडजस्ट नहीं कर पाती है, ऐसे में फिल्म के जरिए युवाओं को मां की जरूरत का ख्याल रखने का संदेश दिया गया है। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि पहाड़ की ज़िंदगी और संस्कृति पर बनी यह फिल्म निश्चित रूप से दर्शकों को पसंद आएगी।

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