भारी बारिश से राजधानी पानी-पानी, जनजीवन अस्त-व्यस्त
- निचले क्षेत्रों में जलभराव, तेज बहाव के चलते कुछ स्थानों पर पुलों और रास्तों को नुकसान, नाला पानी के पास नाले में बही गाय, आईटी पार्क के एक बिजलीघर में घुसा पानी, प्राचीन टपकेश्वर मंदिर के नीचे बहने वाली तमसा नदी उफान पर, मंदिर का एक हिस्सा पानी में डूबा

देहरादून: राजधानी देहरादून में देर रात से हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। शहर और आसपास के क्षेत्रों में जगह-जगह सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। कई इलाकों में नदी-नाले उफान पर हैं, जिससे निचले क्षेत्रों में पानी भर गया है। तेज बहाव के चलते कुछ स्थानों पर पुलों और रास्तों को नुकसान पहुँचा है।
बारिश का सबसे ज्यादा कहर देहरादून के नालापानी क्षेत्र में देखने को मिला। आधा दर्जन से ज्यादा गाय एक के बाद एक बहती नजर आई। इस दौरान गाय पानी से निकलने के लिए छटपटाती हुई भी नजर आ रही थी, लेकिन पानी का बहाव इतना तेज था कि किसी की भी हिम्मत गायों को बचाने की नहीं हो रही थी।
ऐसी ही एक तस्वीर देहरादून के औद्योगिक क्षेत्र आईटी पार्क से भी सामने आई है। यहां भी भारी बारिश के बाद सड़कें नदी में तब्दील हो गई थी। आईटी पार्क के एक बिजलीघर में पानी की रफ्तार डराने वाली थी। देहरादून के कुछ इलाकों में घरों में भी पानी घुसने की सूचना है, जबकि गली-मोहल्ले में भी सड़कें तालाबों में तब्दील हैं। यहां आने-जाने वाले राहगीरों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
देहरादून के प्राचीन टपकेश्वर मंदिर के नीचे बहने वाली तमसा नदी भी सोमवार को उफान पर थी। तमसा नदी का जलस्तर बढ़ने से पानी मंदिर के अंदर चला गया था। मंदिर का एक हिस्सा पानी में डूबा हुआ दिखा। आमतौर पर इस मंदिर पर सोमवार को बहुत ज्यादा भीड़ होती है, लेकिन मंदिर के पीछे से होकर गुजरने वाली तमसा नदी का जल स्तर इतना ज्यादा था कि मंदिर के आसपास लोगों का जाना प्रतिबंधित कर दिया गया है।
रुद्रप्रयाग और चमोली में कई जगह हाईवे बंद
देहरादून: पहाड़ी जिलों में भारी बारिश के कारण जगह-जगह हाईवे बंद हो रहे हैं। रुद्रप्रयाग जिले में जवाड़ी बाईपास मार्ग पहाड़ों से पत्थर गिरने से कारण बाधित हो गया है, जिसे खोलने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा तहसील रुद्रप्रयाग के समीप भटवाड़ीसैण के पास मार्ग पुनः बाधित हो गया है, जिन्हें खोलने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं चमोली जिले में भनेरपानी के पास भी बदरीनाथ हाईवे बंद हो गया था, जिसके खोल दिया गया था।
वहीं, मौसम विभाग की मानें तो उत्तराखंड में अभी बारिश से राहत मिलने के कोई आसार नहीं हैं। मौसम विभाग के अनुसार उत्तराखंड में अगले तीन दिन भारी बारिश की आशंका बनी हुई है, जिसको लेकर मौसम विभाग ने अलर्ट भी जारी किया है। मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि पहाड़ों पर अगर यात्रा करने का प्लान है तो फिलहाल कैंसल कर दें, जरूरी हो तभी घरों से बाहर निकलें।