वैक्सिनेशन की उत्पत्ति एवं विकास की दी जानकारी
ओमकारानंद सरस्वती राजकीय महाविद्यालय देवप्रयाग में हुआ कार्यक्रम

देवप्रयाग : ओमकारानंद सरस्वती राजकीय महाविद्यालय देवप्रयाग, टिहरी गढ़वाल में शुक्रवार को आई क्यू ए सी के तत्वावधान में नेक हेतु बेस्ट प्रेक्टीसेज के अन्तर्गत संचालित किए जा रहे विकली फैकल्टी सेमिनार के क्रम में जन्तु विज्ञान विषय के प्राध्यापक डॉ. आदिल कुरैशी द्वारा “वैक्सिनेशन” विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य डॉ. अर्चना धपवाल की अध्यक्षता में डॉ. लीना पुंडीर द्वारा किया गया।
डॉ. कुरैशी द्वारा सर्वप्रथम वैक्सिनेशन के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए वैक्सिनेशन की उत्पत्ति एवं विकास के विषय में बताया गया। आपने 1780 में फैली चेचक जैसी महामारी से लेकर 2020 में आई कोरोना महामारी की वैक्सीन खोजने तक के सफर पर विस्तार से चर्चा की। आपके द्वारा वैक्सीन के विभिन्न प्रकारों एवं उससे जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों की जानकारी प्रदान की गई। वैक्सीन किस प्रकार हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर हमें विभिन्न घातक बीमारियों से लड़ने हेतु एक सुरक्षा आवरण प्रदान करती है। इस संबंध में भी डॉ. कुरैशी द्वारा विचार व्यक्त किए गए। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक उपस्थित रहें।