अडानी के बहाने मोदी सरकार पर जमकर बरसे कांग्रेस नेता
-सरकार ने अर्थव्यवस्था को बेच दिया है, सेबी का किया जा रहा दुरूपयोग: राजपूत, अडानी डूबा तो देश डूब जाएगा, विदेश नीति भी दांव पर

देहरादून: कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने शुक्रवार को राजधानी में आयोजित पत्रकार वार्ता में केंद्र सरकार पर जमकर बरसे। आरोप लगाया कि केंद्र की नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने अर्थव्यवस्था को बेच दिया है। अपने मित्रों की कंपनियों को बचाने के लिए सेबी जैसी संस्थाओं का भी दुरूपयोग किया जा रहा है। तीन-चार उद्योगपति ही देश की अर्थव्यवस्था है। सब कह रहे हैं कि आज अगर अडानी डूबा तो देश डूब जाएगा।
कांग्रेस नेता राजपूत ने कहा कि पीएम मोदी सेबी के माध्यम से भी अपने परम मित्र की कंपनी को बचाने का काम कर रहे हैं। साफ कहा कि सरकारी क्षेत्र के बैंकों को अडानी के यहां पैसा लगाने को मजबूर किया जाता है। एसबीआई और एलआईसी से पैसा लगवाया गया। हम पूछना चाहते हैं कि अगर अडानी की कंपनी डूबी तो एलआईसी और एसबीआई के पैसे का जिम्मेदार कौन होगा। विदेश नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि हमारी विदेश नीति को दांव पर लगाया गया है। झारखंड में अडानी ने प्लांट लगाया, बिजली बांग्लादेश को बेच रहे हैं। सरकार ने 35 साल की लीज पर श्रीलंका के पोर्ट लिया, लेकिन अडानी को दे दिया।
कोयले में मनी लांड्रिंग के आरोप लगाते हुए कहा कि 3.1 ट्रिलियन टन कोयले में खेल किया गया है। अडानी को जमीन केवल एक रुपये लीज पर दिया गया। एयरपोर्ट सरकार बनाती है और 50 साल की लीज अडानी को दिए गए। देश का 57 फीसदी कार्गो अडानी पोर्ट पर आ रहा है। इस दाैरान उन्होंने सेबी के जरिए भी अडानी को बचाने का आरोप लगाया। कहा, इससे देश की प्रतिष्ठा खराब होती है। उन्होंने माधवी बुच के इस्तीफे की मांग की।
इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि कांग्रेस सरकार में टाटा और बिरला जैसे बड़े उद्योगपति रहे, लेकिन कभी किसी को ये नहीं लगा कि सरकार का उनके प्रति कोई झुकाव है। जबकि इस सरकार के शासन में अजब-गजब खेल हो रहे हैं। आईआईटी को 120 करोड़ टैक्स का नोटिस जारी हुआ है, जबकि एक बाबा को पांच साल की जीएसटी माफ की गई है। जनता परेशान हो गई है। सरकार अब भी चेत जाए, नहीं तो बांग्लादेश जैसी स्थिति यहां भी हो जाएगी।