दून में भी सक्रिय धर्मांतरण कराने वाला गिरोह, यूपी से जुड़े तार, पांच पर मुकदमा
यूपी एटीएस की सूचना पर सक्रिय हुई दून पुलिस ने किया पर्दाफाश, आगरा में पंजीकृत धर्मान्तरण से सम्बन्धित मुकदमे में शंकरपुर का व्यक्ति हिरासत में

देहरादून : उत्तर प्रदेश के बलरामपुर से सुर्खियों में बने छांगुर उर्फ जमालुददीन के धर्मांतरण कराने को लेकर हो रही चर्चा के बीच देहरादून में भी धर्मांतरण कराने वालों का गिरोह के सक्रिय होने का खुलासा हुआ है। हालांकि यह साफ नहीं हैै कि इस गिरोह के तार छांगुर से जुडेे है या नहीं। लेकिन इतना जरूर है कि मामला उत्तर प्रदेश से ही जुडा है। उत्तर प्रदेश से आयी आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) की टीम से मिली सूचना के बाद देहरादून पुलिस ने इस गिरोह का पर्दाफाश किया है। मामले में पांच लोगों के उत्तराखण्ड धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
घटनाक्रम की जानकारी देते हुए देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अजय सिंह ने बताया कि 17 जुलाई को उत्तर प्रदेश एटीएस की टीम ने उनसे संपर्क किया। टीम ने उन्हें गोपनीय सूचना दी कि आगरा में धर्मान्तरण रैकेट के सम्बन्ध मे दर्ज मुकदमे में देहरादून के शंकरपुर सहसपुर निवासी अब्दुल रहमान को पूछताछ कि लिए हिरासत में लिया गया था। सूचना मिलने पर एसएसपी ने एसपी देहात के नेतृत्व में टीम का गठन किया। इस टीम ने सूचनाएं एकत्रित कर कुछ संदिग्ध इन्टाग्राम आईडी की मॉनिटरिंग की। साथ ही एसटीएफ टीम को टेक्निकल सहयोग के लिए शामिल किया। उत्तराखण्ड से सम्बन्धित इन्टाग्राम आईडी की जांच करने पर पता चला कि रानीपोखरी क्षेत्र में युवती की आईडी है। साथ ही पता चला कि यह युवती आगरा में दर्ज मुकदमे में यूपी एटीएस द्वारा शंकरपुर सहसपुर से हिरासत में लिये गये व्यक्ति के सम्पर्क में थी। इस सम्बन्ध में पुलिस टीम ने युवती से पूछताछ करते हुए उक्त गिरोह द्वारा धर्मान्तरण के लिये अपनाई जा रही मोडस ओपरेन्डी से युवती के परिजनों को अवगत कराया। इस पर युवती के पिता ने पुलिस को बताया कि उनकी पुत्री को धर्मान्तरण के लिये कुछ मुस्लिम युवकों व युवती ने विवश किया था। इस सम्बन्ध में एक तहरीर थाना रानीपोखरी पर दी गई, जिसके आधार पर थाना रानीपोखरी में उत्तराखण्ड धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत किया।
उक्त प्रकरण में एसएसपी देहरादून आगरा पुलिस से लगातार सम्पर्क में रहकर सूचनाओं का आदान-प्रदान कर रहे हैं। अब तक अभियुक्तों द्वारा उत्तराखण्ड में किसी अन्य स्थान पर इस प्रकार का कोई कृत्य किये जाने की जानकारी प्राप्त नहीं हुई है, पुलिस जांच में युवती के उत्तर प्रदेश, गोवा तथा दिल्ली में कुछ संदिग्ध इन्स्टाग्राम आईडी से सम्पर्क में होने की जानकारी प्राप्त हुई है, जिसके आधार पर सम्बन्धित स्थानों पर टीमें रवाना की गई हैं। पुलिस मामले में धर्मान्तरण के साथ-साथ अवैध फंडिंग से सम्बन्धित पहलुओं की भी जांच कर रही है।