
नई टिहरी: उत्तराखंड में भारी बारिश से उफनाए नदी-नाले लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहे हैं। ताजा मामला टिहरी जनपद का है। टिहरी में स्वास्थ्य विभाग का एक कर्मचारी उस समय गदेरे में बह गया, जब वह घनसाली विधानसभा के गेंवाली बूढ़ाकेदार क्षेत्र में आई आपदा के बाद दवा बांटकर वापस लौट रहा था और उफनते नाले को पार करते समय उसकी चपेट में आ गया।
शुक्रवार को भारी बारिश से घनसाली विधानसभा के तहसील बालगंगा के अंतर्गत आने वाले ग्राम गेंवाली बूढ़ाकेदार में बादल फटने की घटना घटित हुई। आपदा की जानकारी मिलते ही थाना घनसाली पुलिस, एसडीआरएफ, प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और आपदा प्रबंधन की टीमें मौके पर पहुंची और राहत-बचाव कार्यों में जुट गईं। आपदा प्रभावित क्षेत्र में राहत और बचाव कार्य के दौरान, स्वास्थ्य विभाग के वार्ड बॉय बृजमोहन (55) तेज बहाव वाले गदेरे को पार करते समय बह गया. वार्ड बॉय को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास किए गए, लेकिन अब तक उसका कोई सुराग नहीं लग पाया है।
घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन की टीमें बृजमोहन की खोजबीन में लगी हुई हैं। स्थानीय लोगों और संबंधित विभागों द्वारा लगातार खोजबीन में मदद की जा रही है। बृजमोहन शामिल सैला गांव का रहने वाला था और संविदा में खवाड़ा उप स्वास्थ्य केंद्र में वार्ड बॉय पद पर तैनात था। बता दें कि भारी बारिश ने टिहरी जिले में जमकर कहर बरपाया है। वहीं बीते दिन गेंवाली बूढ़ाकेदार क्षेत्र बादल फटा.वहीं बादल फटने से बूढ़ाकेदार क्षेत्र के गेंवाली गांव में भूस्खलन से स्कूल भवन को नुकसान पहुंचा है। साथ ही कई संपर्क मार्ग ध्वस्त हो गए हैं और नदी-नाले उफान पर बह रहे हैं।