एसटीएफ ने पकड़ी तीन करोड़ से ज्यादा की स्मैक
- हिमाचल निवासी नशा तस्कर गिरफ्तार, देहरादून और पोंटा साहिब में करता था सप्लाई, हरिद्वार रोड पर एक रिसॉर्ट के पास से किया गिरफ्तार, अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी

देहरादून: उत्तराखंड एसटीएफ की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स और थाना डोईवाला पुलिस की संयुक्त टीम ने बुधवार को हरिद्वार रोड पर एक रिसॉर्ट के पास से एक नशा तस्कर को गिरफ्तार कर उससे तीन करोड़ रुपए से ज्यादा की स्मैक बरामद की है। पकड़ा गया अभियुक्त पोंटा साहिब और देहरादून में अपने एजेंटों के माध्यम से नशा बेचता था। एसटीएफ द्वारा उत्तराखंड में स्मैक की अभी तक की यह सबसे बड़ी बरामदगी बताई जा रही है।
उत्तराखंड एसटीएफ की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स ने पिछले कई दिनों से नशा तस्करों के खिलाफ अभियान छेड़ रखा था। इसी सिलसिले में हरिद्वार रोड से गजराज सिंह पुत्र रामस्वरूप सिंह निवासी वार्ड नंबर 11, देवीनगर, थाना पोंटा साहिब, जनपद सिरमौर हिमाचल प्रदेश को 1 किलो 200 ग्राम स्मैक के साथ गिरफ्तार किया गया। पकड़ी गई स्मैक की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 3.6 करोड़ रुपये बताई जा रही है। अभियुक्त गजराज ने पूछताछ में बताया कि वह इस स्मैक को धामपुर, उत्तर प्रदेश से लेकर आया था। अभियुक्त से पूछताछ में यह भी पता चला कि बरेली का तस्कर धामपुर तक स्मैक को पहुंचाता था तथा यहां से पकड़ा गया अभियुक्त गजराज इस माल को आगे पोंटा साहिब और देहरादून में अपने एजेंटों के माध्यम से बेचता था।अभियुक्त से पूछताछ में एसटीएफ को अन्य कई ड्रग्स तस्करों के नाम की जानकारी मिली है, जिन पर भी कार्रवाई की जा रही है।
पकड़ा गया अभियुक्त गजराज पोंटा साहिब में पेण्ट के ब्रुश बनाने का काम करता है और पिछले दो साल से नशा तस्करों के संपर्क में आया था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने एएनटीएफ को 25 हजार रुपये नकद ईनाम देने की घोषणा की है। उल्लेखनीय है कि एएनटीएफ इस वर्ष अब तक 36 तस्करों को गिरप्तार कर 04.441 किग्रा स्मैक, 19.808 किग्रा चरस, 5.322 किग्रा अफीम, 300 किग्रा डोडा पोस्त बरामद कर चुकी है। नशा तस्कर को गिरफ्तार करने वाली टीम में निरीक्षक नीरज कुमार चौधरी, उप निरीक्षक विकास रावत, उप निरीक्षक सत्येन्द्र सिंह, मुख्य आरक्षी मनमोहन, मुख्य आरक्षी सुधीर केसला, मुख्य आरक्षी नरेन्द्र पुरी, आरक्षी गंभीर, आरक्षी रामचन्द्र, आरक्षी दीपक नेगी, सब इंस्पेक्टर रमन विष्ट एवं कांस्टेबल विकास थाना डोईवाला शामिल थे।