खबरदार: भोजन के साथ चाय पीना है खतरनाक
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ने जारी की गाइडलाइंस

नई दिल्ली: भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने हाल ही में नई गाइडलाइंस जारी की है। इन गाइडलाइंस में चाय और कॉफी पीने वालों को ज्यादा मात्रा में इनका सेवन नहीं करने की सलाह दी गई है। आईसीएमआर ने दूध वाली चाय सहित अत्यधिक मात्रा में कैफीन वाली ड्रिंक्स के सेवन पर भी चिंता जताई है।
ICMR द्वारा जारी दिशानिर्देशों में कहा गया है कि भोजन के साथ या भोजन के तुरंत बाद चाय, कॉफी और अन्य कैफीन वाले पेय पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए। संस्था ने सलाह दी है कि भोजन से कम से कम एक घंटा पहले या बाद में ही चाय पिएं।
ICMR ने ज्यादा चाय-कॉफी पीने से भी सावधान किया है। उन्होंने बताया कि चाय और कॉफी में मौजूद कैफीन शरीर के केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करता है और इसकी आदत लग सकती है।
अध्ययन में यह भी बताया गया है कि चाय जैसे पेय पदार्थ शरीर को मिलने वाले जरूरी आयरन को रोक लेते हैं, जिससे शरीर को वो नहीं मिल पाता। इसका मतलब है कि चाय और कॉफी में पाए जाने वाले टैनिन शरीर में आयरन के अवशोषण को रोक सकते हैं। ये टैनिन पेट में मौजूद आयरन से चिपक जाते हैं, जिससे आयरन की कमी हो सकती है और एनीमिया जैसी समस्या भी हो सकती है।
आईसीएमआर के अध्ययन में बताया गया है कि कैफीन के सेवन से न सिर्फ खून की कमी होती है बल्कि ज्यादा चाय-कॉफी पीने से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है और दिल की धड़कन अनियमित हो सकती है।
आईसीएमआर की गाइडलाइंस में रोजाना 300 मिलीग्राम से ज्यादा कैफीन का सेवन ना करने की सलाह दी गई है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 150 मिलीलीटर वाली एक कप ब्रूड कॉफी में 80 से 120 मिलीग्राम कैफीन होता है, जबकि इंस्टेंट कॉफी में 50 से 65 मिलीग्राम कैफीन होता है। इसी तरह, एक कप चाय में 30 से 65 मिलीग्राम कैफीन होता है। कैफीन की मात्रा को ध्यान में रखकर आप अपनी आदत को नियंत्रित कर सकते हैं।
अहम बात यह है कि आईसीएमआर की गाइडलाइंस में दूध वाली चाय से परहेज करने की सलाह दी गई है। साथ ही बिना दूध वाली चाय के फायदों को भी बताया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक बिना दूध वाली चाय पीने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और इससे कोरोनरी आर्टरी डिजीज (हृदय रोग) और पेट के कैंसर का खतरा भी कम होता है।