चिकित्सा शोध के लिए देहदान आवश्यक :डॉ. दीपा देउपा

हल्द्वानी: साइंस फॉर सोसायटी (रामनगर) द्वारा रविवार को नगर निगम सभागार हल्द्वानी में देहदान, रक्तदान और अंगदान को लेकर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि मेडिकल कॉलेज के एनाटॉमी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉक्टर दीपा देउपा ने कहा कि चिकित्सा शोध के लिए मृत्यु के बाद देहदान किया जाना एक महत्वपूर्ण कार्य है।
उन्होंने कहा कि लोगों द्वारा किए गए देहदान पर चिकित्सा के छात्र शोध करने के साथ ही विभिन्न बीमारियों के इलाज का रास्ता भी खोजते हैं। जिससे गम्भीर बीमारियों से पीड़ित लोगों का जीवन बचाने में मदद मिलती है। डॉ. देउपा ने देहदान करने के तरीके पर विस्तार से अपनी बात रखी और कहां की कोई भी व्यक्ति मृत्यु के बाद देहदान के जाने का संकल्प पत्र भर सकता है। उन्होंने देहदान को लेकर लोगों की आशंकाओं को भी दूर किया। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर गौरव ने भी देहदान और रक्तदान के लिए लोगों से आगे आने की अपील की।
वरिष्ठ पत्रकार जगमोहन रौतेला ने विशिष्ट अतिथि के तौर पर बोलते हुए देहदान की पूरी कानूनी और सामाजिक प्रक्रिया को सामने रखा। उन्होंने कहा कि किसी की मौत के बाद उनकी इच्छा अनुसार देहदान की प्रक्रिया को पूरा करना परिजनों का काम है। उन्होंने इसके लिए परिजनों को धार्मिक रूढ़ियों से बाहर निकलने की अपील की और कहां की देहदान और अंगदान मानवता के लिए सबसे बड़ा कर्म है। उल्लेखनीय है कि रौतेला की पत्नी रीता खनका रौतेला ने 2023 में कैंसर से पीड़ित होने के बाद देहदान का संकल्प लिया था और उनकी मृत्यु पर परिजनों ने हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज को उनका देहदान किया। इस अवसर पर साइंस फॉर सोसायटी द्वारा देहदान के लिए रीता रौतेला को याद किया गया और एक स्मृति पत्र उनके पति को सौंपा गया।
देहदान, अंगदान और रक्तदान के लिए लोगों में जन चेतना पैदा करने के उद्देश्य से आयोजित की गई संगोष्ठी में 20 लोगों ने देहदान का संकल्प पत्र भरा और उसके लिए सामूहिक तौर पर शपथ ग्रहण भी की। इन लोगों को शपथ ग्रहण डॉक्टर दीपा देउपा ने कराई। देहदान का संकल्प पत्र भरने वालों में अधिवक्ता बबीता उप्रेती, गोपाल लोधियाल, हेमलता, संजय रौतेला, पारिजात, किरण आर्य, प्रतिभा पांडे, शांति किशन आर्य, विमला आर्य, अनिल रावत, रविंद्र सिंह, कुंदन सिंह, अर्चना भट्ट, गोविंद राम, चंपा देवी, विनोद जीना, संजय राठौर, हेमचंद्र जोशी, ललित कुमार पांडे और गीता पाल शामिल थे।
कार्यक्रम का संचालन सोसायटी की ऊषा पटवाल ने किया। कार्यक्रम में गिरीश आर्य, हेम आर्य, साइंस फॉर सोसायटी के संयोजक मदन मेहता, अधिवक्ता बबीता उप्रेती, समाजवादी लोकमंच के मुनीष कुमार, सरस्वती महिला एकता मंच की कौशल्या, महिला मंच की बसंती पाठक, किरण आर्य, प्रभात उप्रेती, नरेंद्र बंगारी, बची सिंह बिष्ट, प्रदीप पांडे, तरुण जोशी, कीर्ति श्रीवास्तव, हरीश चंद्र भट्ट आदि लोग मौजूद रहे। ***