
शब्द क्रांति लाइव ब्यूरो, देहरादून: श्रीनगर गढ़वाल में आयोजित वैकुंठ चतुर्दशी मेले में स्थानीय साहित्यकारों की अनदेखी से उनमें भारी आक्रोश है। आरोप है कि मेला आयोजकों ने अंतिम समय में स्थानीय स्तर पर होने वाले कवि सम्मेलन को रद कर दिया।
श्रीनगर गढ़वाल में वैकुंठ चतुर्दशी मेले में करीब चार वर्ष के अंतराल में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस दौरान स्थानीय कवियों का भी काव्य पाठ होना था, लेकिन उन्हें अंतिम समय में मना कर दिया गया। जबकि कुमार विश्वास की टीम को स्थानीय कवियों पर अधिमान दिया गया। कुमार विश्वास को मेला आयोजकों ने अच्छी खासी रकम देकर बुलवाया।
स्थानीय कवियों ने मेला आयोजकों के उपेक्षापूर्ण रवैये की आलोचना की है। कुछ कवियों ने तो मेले के मुख्य आयोजकों में शामिल शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत को आड़े हाथों लिया। एक पोस्ट में तो यहां तक लिखा गया कि मंत्री जी वोट के लिए भी लोगों को गाजियाबाद, लखनऊ, आगरा और मुंबई से बुलवाना।
सही बात