पुस्तक समीक्षा
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राम अवध की शायरी में है आम आदमी की पीड़ा
ग्वालियर निवासी राम अवध विश्वकर्मा एक वरिष्ठ और महत्वपूर्ण ग़ज़लकार हैं। इस संग्रह ‘तंग आ गया सूरज’ से पहले उनके…
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भगवान राम के अंतर्द्वंद्व पर अनूठा खंडकाव्य
‘राम का अंतर्द्वंद’ डॉ. विनय कुमार सिंघल ‘निश्छल’ द्वारा रचित एक लघु खंडकाव्य है। सबसे पहले प्रश्न उठता है कि…
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आध्यात्मिक धरती बद्रीनाथ धाम में बरसे साहित्य के विविध रंग
बद्रीनाथ धाम : हिमालयन साहित्य एवं कला परिषद, श्रीनगर गढ़वाल के बैनर तले भगवान बद्री विशाल की पवित्र धरती बद्रीनाथ…
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म.प्र. उर्दू अकादमी को उर्दू से परहेज़ क्यों
इंदौर: कई लोगों के ये ग़लतफ़हमी है कि सरकार उर्दू भाषा के साथ सौतेला व्यवहार करती है। ऐसे लोगों को…
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हरिद्वार में जुटेंगे देश-विदेश के सैकड़ों साहित्यकार
देहरादून: अंतरराष्ट्रीय साहित्य कला संस्कृति न्यास साहित्योदय के बैनर तले 4-5 दिसम्बर को हरिद्वार में शिवायन महोत्सव का आयोजन किया…
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औरत की दशा और दिशा को उजागर करता उपन्यास
डायरी और उपन्यास गद्य की दो सर्वथा भिन्न विधाएँ हैं। डायरी का चरित्र सर्वथा व्यक्तिगत होता है , जिसमें कुछ…
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दुष्यंत और अदम से कम नहीं रवि खंडेलवाल की शायरी
मौजूदा दौर में ग़ज़ल काव्य की सबसे सशक्त विधा के रूप में उभरी है। बड़ी संख्या में युवा इस विधा…
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‘हर शह्र में दिखता है अपाहिज कानून’
राम अवध विश्वकर्मा की हिन्दी और उर्दू दो भाषाओं में रचित किताब ‘जदीद रुबाईयात’ जैसे जदीद और…
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बद्रीनाथ धाम में 15 सितंबर को जुटेंगे देशभर के साहित्यकार
देहरादून/श्रीनगर: हिमालयन साहित्य एवं कला परिषद् श्रीनगर गढ़वाल द्वारा आगामी हिंदी पखवाड़ा के अवसर पर 15 सितम्बर से त्रिदिवसीय हिंदी…
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शकील बदायूंनी भी थे साग़र साहब के दीवाने
सुबह के समय अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का होस्टल में एक लड़का बालकनी में खड़ा है और हास्टल के नीचे फैले…
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