
देहरादून: दिल्ली में राव आईएएस कोचिंग सेंटर में तीन छात्रों की मौत के बाद उत्तराखंड सरकार भी जाग गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर शहरी आवास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कोचिंग संचालकों पर शिकंजा कसते हुए मानकों के जांच के आदेश दिये हैं। इसके लिए एक पांच सदस्यीय समिति का भी गठन किया गया है, जिसके अध्यक्ष संबंधित विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष होंगे। इसके अलावा, नगर आयुक्त/अधिशासी अधिकारी, जिला अग्निशमन अधिकारी के अलावा जिलाधिकारी और एसएसपी/एसपी की ओर से नामित अधिकारी इस जांच समिति के सदस्य होंगे। एमडीडीए के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने बताया कि एमडीडीए और पुलिस विभाग ने संयुक्त चेकिंग कार्रवाई शुरू कर दी है। नियमों का पालन न करने वाले कोचिंग सेंटरों को नोटिस जारी कर कार्रवाई की जाएगी।
आवास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने उत्तराखंड में कोचिंग सेंटर्स के लिए कड़े निर्देश जारी किए हैं। प्रेमचंद अग्रवाल ने अपर सचिव आवास अतर सिंह और एमडीडीए के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी को इस बारे में कड़े निर्देश दिए हैं। आवास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि दिल्ली के कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने की घटना के बाद तीन छात्र निकलने में असफल रहे, जिसके चलते उनकी मृत्यु हो गई। यह घटना बेहद दुखद है। इस तरह की कोई भी घटना मानसून के दौरान उत्तराखंड में नहीं घटनी चाहिए।
आवास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने सख्त निर्देश दिया कि प्रदेश के कोचिंग सेंटर में मानक अनुसार कार्य नहीं होने पर तत्काल कार्रवाई की जाए। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि बेसमेंट में सुरक्षा उपाय तथा आपदा के समय निकासी जैसे अन्य आवश्यक कार्य न होने पर कोचिंग सेंटर के खिलाफ कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि जिनमें कार्रवाई की जा रही है, उन पर शीघ्र कार्रवाई की प्रक्रिया को अमल में लाएं। उल्लेखनीय है कि राजधानी दून के साथ ही हरिद्वार और रुड़की में कई कोचिंग सेंटर खुले हुए हैं, जिनमें सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है।