
शब्द क्रांति लाइव ब्यूरो, देहरादून: उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के सिलसिले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गुरुवार को चेन्नई पहुंचे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के सिलसिले में लगातार लोगों से संपर्क कर रही है। हमने पहले दिल्ली में और बाद में इंग्लैंड के लंदन, बर्मिंघम, अबूधाबी और दुबई में इसी तरह का एक शिखर सम्मेलन (इन्वेस्ट उत्तराखंड) आयोजित किया था। अब हम चेन्नई आए हैं और हम ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को लेकर लोगों से संपर्क कर रहे हैं। यहां भी हम लोगों से मिले हैं। सभी लोगों ने निवेश के लिए उत्तराखंड आने की बात कही है। हम आज और लोगों से भी बात करेंगे।
इससे पहले मुख्यमंत्री धामी ने ट्रिप्लीकेन, चेन्नई में स्थित भगवान विष्णु के अलौकिक अवतार पार्थसारथी भगवान के पौराणिक मंदिर में पूजा अर्चना की और समस्त प्रदेश वासियों की उन्नति और कुशलक्षेम के लिए भगवान विष्णु से प्रार्थना की ।पार्थसारथी मंदिर में भगवान विष्णु के चार अवतारों कृष्ण, राम, नृसिंह और भगवान वराह की पूजा होती है। मंदिर का इतिहास सदियों पुराना है और इसकी वास्तुकला अद्भुत है।
क्यों विशेष है पार्थसारथी मंदिर?
चेन्नई का पार्थसारथी मंदिर छठवीं शताब्दी में बना वैष्णव मंदिर है। ये मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। इस मंदिर के नाम का अर्थ महाभारत काल और पांडवों, श्रीकृष्ण से जुड़ा है। महाभारत के युद्ध में श्रीकृष्ण भगवान पार्थ यानी अर्जुन के सारथी थे। पार्थसारथी मंदिर अर्जुन के सारथी रहे श्रीकृष्ण की उसी भूमिका को बताता है। पार्थसारथी मंदिर का निर्माण पल्लव राजा नरसिंह वर्मन प्रथम ने करवाया था। इस मंदिर में भगवान विष्णु के पांच रूपों के प्रतीक योग नरसिम्ह, राम, गजेंद्र, वरदराजा, रंगनाथ और कृष्ण पार्थसारथी रूपों को दर्शाया गया है।