
देहरादून: देहरादून नगर निगम का कार्यकाल दो दिसंबर को खत्म हो जाएगा। बैठक के आखिरी दिन के कई प्रस्तावों पर मुहर लगी। इस दौरान कूड़ा उठान में लगी ट्रैक्टर-ट्रालियों के फेरों और खर्चों को लेकर लग रहे गड़बड़ी के आरोपों की भी जांच की जाएगी। बता दें कि कांग्रेस नेता अभिनव थापर ने होर्डिंग टेंडर में करोड़ों रुपये के घपले का आरोप लगाया है। थापर का दावा है कि वर्ष-2013 से वर्ष-2023 तक होर्डिंग कारोबार में 300 करोड़ रुपये का घोटाला किया गया। थापर ने मामले में न्यायालय जाने की बात भी कही है।
नगर निगम की बोर्ड बैठक में महावीर चौक (सहारनपुर चौक) व महर्षि कश्यप चौक (लालपुल चौक) का नाम परिवर्तित करने का भी प्रस्ताव आया। जिसमें महावीर चौक का नाम श्री गुरु राम राय करने और महर्षि कश्यप चौक का नाम श्री महंत इंदिरेश करने का अनुरोध था। इस पर पार्षद सतीश कश्यप और पार्षद अजय सिंघल ने आपत्ति जताई। जिस पर महापौर सुनील उनियाल गामा ने आसपास के किन्ही अन्य चौक के नाम पर विचार करने की बात कही।
कुछ समय में शहर में डेंगू के प्रकोप के दौरान लापरवाही बरतने वाले प्रतिष्ठानों पर भारी-भरकम जुर्माने लगाए गए। लेकिन बड़ी संख्या में जुर्माने की राशि निगम को नहीं मिली। तमाम व्यक्तियों को आरसी जारी की गई थी। अब निगम की बोर्ड बैठक में सभी आरसी निरस्त करने का निर्णय लिया गया है।
मियांवाला का नाम योगेश्वर नगर और पीलीकोठी चौक का नाम कैप्टन ध्यानी किए जाने के प्रस्ताव का क्षेत्रीय पार्षद पूजा नेगी ने विरोध किया। कहा कि क्षेत्रवासियों ने ऐसी कोई मांग नहीं उठाई है। यह सिर्फ एक व्यक्ति की ओर से दिया गया प्रस्ताव है। आमजन की राय के बिना नाम परिवर्तन न किया जाए। इस पर महापौर ने क्षेत्रीय विधायक, पार्षद को शामिल कर पांच सदस्यीय समिति बनाकर निर्णय लेने की बात कही।
फ्री होल्ड डालनवाला थाने के पास स्थित माधव राम क्वाटर्स को फ्री होल्ड करने पर भी निगम बोर्ड ने मुहर लगा दी। उक्त 32 फ्लैटों को तत्कालीन नगर पालिका ने 99 साल की लीज दी थी। वर्ष-2013 में लीज समाप्त होने के बाद तत्कालीन महापौर विनोद चमोली ने फ्लैट को फ्री होल्ड करने का निर्णय लिया था, लेकिन निगम के स्तर पर फाइल आगे नहीं बढ़ पाई थी।