भारत-यूनान संबंधों पर हुआ मंथन
-अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर गुरुकुल परिसर में ग्रीस विद्वान प्रोफेसर दिमित्रीओस ने दिया व्याख्यान, मेगस्थनीज, चाणक्य, अशोक, अरस्तू के बहाने भारत-ग्रीस के संबंधों पर की चर्चा

देहरादून: प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग, गुरुकुल परिसर, देहरादून की ओर से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में कालेज सभागार में एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। ग्रीस के प्रसिद्ध विद्वान प्रोफेसर दिमित्रीओस ने भारत तथा ग्रीस के प्राचीन संबंधों पर चर्चा करते हुए कहा कि भारतीय और ग्रीक सभ्यताओं के बीच का संबंध बहुत पुराना है।
कहा कि ग्रीस के विद्वान समय-समय पर भारत का भ्रमण करते रहे हैं और इसके बारे में रचनाएँ लिखते रहे हैं। उन्होंने मेगस्थनीज, चाणक्य, अशोक, अरस्तू आदि के बहाने भारत-यूनान संबंधों पर आधारित कई रचनाओं पर प्रकाश डाला। इससे पहले, प्रोफेसर रेनू शुक्ला ने स्वागत संबोधन में कहा कि उनका विभाग नियमित रूप से अंतरराष्ट्रीय वक्ताओं को आमंत्रित करता है, ताकि आज के युवाओं को भारतीय संस्कृति के विदेशों में प्रभावों के बारे में जानकारी मिल सके।
प्रोफेसर हेमंन पाठक ने अपने वक्तव्य में कहा कि युवाओं को इन दोनों प्राचीन सभ्यताओं के बारे में विस्तार से जानने का प्रयास करते रहना चाहिए, जिससे दोनों देशों के बीच और अधिक सांस्कृतिक तथा शैक्षिक संबंध स्थापित हो सकें। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अर्चना डिमरी ने किया। इस मौके पर विभिन्न विभागों की शिक्षिकाएं और छात्राएं उपस्थित थीं।