गीत-ग़ज़लों के साथ मनाया स्वतंत्रता दिवस, शहीदों को किया याद
स्वतंत्रता सेनानी एवं राष्ट्रीय कवि श्रीराम शर्मा 'प्रेम' के जैन प्लाट स्थित निवास 'धरोहर' में राज्य आंदोलनकारियों ने गीत-ग़ज़लों के साथ मनाया स्वतंत्रता दिवस

देहरादून: राजधानी में गुरुवार को स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया। स्वतंत्रता सेनानी एवं राष्ट्रीय कवि श्रीराम शर्मा ‘प्रेम’ के जैन प्लाट स्थित निवास ‘धरोहर’ में राज्य आंदोलनकारियों ने गीत-ग़ज़लों के साथ स्वतंत्रता दिवस मनाया।
इस दौरान देश की आजादी और पृथक उत्तराखंड राज्य के लिए कुर्बानी देने वाले शहीदों को भी याद किया गया। कहा गया कि राज्य आंदोलनकारियों ने पृथक राज्य का जो सपना देखा था, वह अभी पूरा नहीं हुआ और अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है।
कार्यक्रम की शुरुआत में जनकवि डॉ. अतुल शर्मा ने स्वतंत्रता संग्राम में गाये गये देशभक्ति गीतों से की। इनमें रघुपति राजा राम, सरफ़रोशी की तमन्ना, खिदमते-मुल्क में जो कि मर जाएंगे, नाम ज़िन्दों में अपना लिखा जाएंगे, सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तान हमारा के अलावा ए मेरे प्यारे वतन भी प्रस्तुत किया। इस मौके पर अतुल शर्मा ने उत्तराखंड आन्दोलन में अपने लिखे जनगीत भी गाए, जिनमें लड़ के लेंगे उत्तराखंड, ज़िन्दा लोगों मे ज़रा अपने को भी जोड़ दे के अलावा बल्ली सिंह चीमा का गीत ले मशालें चल पड़े हैं लोग मेरे गांव के भी शामिल था, जिसे सबने दोहराया।
करीब डेढ़ घंटे ढपली की ताल पर चले इस कार्यक्रम ने समां बांध दिया। इस मौके पर दर्द गढ़वाली ने भी ग़ज़लें और दोहे सुनाए। रंजना शर्मा ने भी गीत गाकर वाहवाही बटोरी। इसके अलावा उत्तराखंड राज्य आन्दोलनकारी जगमोहन सिंह नेगी, प्रदीप कुकरेती, राम लाल खंडूरी, मोहन खत्री, रेखा शर्मा और उनियाल ने गीत गाकर लोगों में जोश भरा।
ध्वजारोहण किया
देहरादून: जनकवि डॉ. अतुल शर्मा को ध्वजारोहण में संरक्षक के रुप में जैन प्लाट वाणी विहार में युवाओं की संस्था ने आमंत्रित किया। उन्हें सम्मानित भी किया गया। नरेश डोबरियाल व प्रीतम भाई ने अपने साथियों के सहयोग से यह कार्यक्रम आयोजित किया। कृतिका और प्रियंका ने सांस्कृतिक कार्यक्रम का बेहतरीन संचालन किया।