दिल्ली की तर्ज पर दून के बाजारों का होगा पुनर्विकास
-कैबिनेट में प्रस्ताव लाने के बाद पुनर्विकास की प्रक्रिया होगी शुरू, भीड़भाड़ की समस्या के साथ पार्किंग में होगी सहूलियत

देहरादून: उत्तराखंड सरकार भी दिल्ली की तर्ज पर राज्य के सबसे व्यस्त बाजारों को पुनरुद्धारित करने की योजना बना रही है। इसके लिए एक पुनर्विकास नीति बनाई जा रही है, जिसे जल्द ही कैबिनेट में प्रस्तुत किया जाएगा। इसके बाद, इन बाजारों का पुनरुद्धार पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड में किया जाएगा।
राजधानी देहरादून और हरिद्वार समेत राज्य के कई शहरों में बहुत पुराने बाजार हैं। इन बाजारों की सड़कों की चौड़ाई बहुत संकीर्ण है। वाहनों को यहाँ अनुमति नहीं है और पार्किंग की कोई सुविधा नहीं है। कई बार वाहनों को दूर पार्क करना पड़ता है और फिर पैदल चलकर बाजार पहुंचना पड़ता है।
बाजारों का यदि पुनर्विकास होगा तो भीड़ को नियंत्रित करना आसान होगा और व्यापारियों को बेहतर जगह मिलेगी। वाहनों के लिए पार्किंग की सुविधा उपलब्ध होगी और सड़कों की चौड़ाई भी बढ़ेगी। ग्राहकों और व्यापारियों को नए बाजारों में बुनियादी और अत्याधुनिक सुविधाएँ प्राप्त होंगी। कई बाजारों में शौचालय जैसी सुविधाएँ नहीं हैं, जो नए बाजारों में उपलब्ध कराई जाएंगी।
दिल्ली सरकार पांच व्यस्त बाजारों का पुनर्विकास करने की योजना पर काम कर रही है। इनमें कमला नगर, खारी बावली, लाजपत नगर, सरोजिनी नगर और कीर्ति नगर बाजार शामिल हैं। इन बाजारों को विश्वस्तरीय बनाने के लिए पुनर्विकास किया जा रहा है। अन्य राज्यों में भी ऐसी पुनर्विकास नीतियाँ लागू की जा रही हैं। उत्तराखंड सरकार भी कैबिनेट में विचार-विमर्श के बाद इस योजना पर निर्णय लेगी और पुनर्विकास प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जाएगा।