डॉ. कंचन नेगी देवभूमि राष्ट्रीय रत्न पुरस्कार 2025 से सम्मानित
डॉ. नेगी को शिक्षा, सशक्तिकरण और राष्ट्र निर्माण के प्रति समर्पण के लिए किया गया सम्मानित, वन मंत्री सुबोध उनियाल ने किया सम्मानित, इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) में हुआ समारोह का आयोजन

देहरादून: चमोली गढ़वाल की बेटी डॉ. कंचन नेगी को उनकी अद्वितीय शैक्षणिक सेवाओं एवं समाज सुधार के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान के लिए “देवभूमि राष्ट्रीय रत्न पुरस्कार 2025” से सम्मानित किया गया।
यह भव्य सम्मान समारोह इंस्टिट्यूट फॉर सोशल रिफॉर्म्स एंड हायर एजुकेशन चैरिटेबल ट्रस्ट, उत्तर प्रदेश द्वारा देहरादून स्थित इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया), उत्तराखंड स्टेट सेंटर में आयोजित किया गया। डॉ. कंचन नेगी को यह सम्मान वन एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल ने प्रदान किया। उनियाल ने डॉ. नेगी के शिक्षा, सशक्तिकरण और राष्ट्र निर्माण के प्रति समर्पण को सराहा और सरोकारों से जुड़ी उनकी सोच को प्रेरणादायी बताया।
डॉ. कंचन नेगी एक दूरदर्शी शिक्षाविद्, प्रेरक मार्गदर्शक और समाज के प्रति संवेदनशील बदलाव की प्रतीक हैं। उन्होंने न केवल शिक्षा के क्षेत्र में नए प्रतिमान स्थापित किए हैं, बल्कि हजारों युवाओं के जीवन को दिशा और उद्देश्य भी प्रदान किया है।
डॉ. नेगी उत्तराखंड हेरिटेज स्कूल आफ मीडिया एंड एडवांस स्टडीज-क्रिएटिंग प्रोफेशनल्स, इबुलिएंट इंग्लिश इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट – एक्सल विद एक्सीलेंस नाम की शैक्षणिक संस्थान चला रही हैं, जो विद्यार्थियों के लिए वैश्विक स्तर पर नाम कमाने , संवाद कौशल बढ़ाने, मीडिया के क्षेत्र में आगे बढ़ने और आत्मविश्वासी व्यक्तित्व निर्माण का सशक्त मंच बन चुकी हैं। इन संस्थानों में होटल मैनेजमेंट, टूरिज्म, मास कम्युनिकेशन एवं जर्नलिज़्म जैसे कोर्सेज बेहद सुलभ शुल्क में उपलब्ध हैं। साथ ही IELTS/TOEFL की ट्रेनिंग, स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम, पर्सनैलिटी डेवलपमेंट कोर्सेज़ और विदेश में नौकरी हेतु पूर्ण वीज़ा असिस्टेंस की सुविधाएं भी प्रदान की जाती हैं।
डॉ. कंचन नेगी का एबीएस कोचिंग हब भी शिक्षा के क्षेत्र में एक भरोसेमंद नाम बन चुका है, जहाँ स्कूल विद्यार्थियों से लेकर विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को मार्गदर्शन मिलता है। यह संस्थान क्लेट, लोअर व हायर जुडिशियरी, बैंक प्रोबेशनरी ऑफिसर, शिक्षक भर्ती, सरकारी सेवाएं एवं सिविल सेवाओं की तैयारी में विद्यार्थियों की सफलता की कुंजी बन चुका है। यहां शैक्षणिक कठोरता को प्रेरक मार्गदर्शन के साथ जोड़कर छात्रों की वास्तविक क्षमता को निखारा जाता है।
शिक्षा और सामाजिक बदलाव के साथ-साथ, डॉ. कंचन नेगी एक सशक्त उद्यमिता की मिसाल भी हैं। वे आर्गेनिकन ट्रूली जेनुअन मंच की संस्थापक हैं, जो हिमालय की महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए समर्पित है। यह मंच महिलाओं द्वारा बनाए गए जैविक, पारंपरिक और हस्तशिल्प उत्पादों को न केवल बाज़ार प्रदान करता है, बल्कि उनके ज्ञान, मेहनत और आत्मसम्मान को वैश्विक पहचान भी देता है। डॉ. नेगी का जीवन और कार्य एक समाज सुधारक के रूप में उनकी गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है — नारी सशक्तिकरण, समावेशी शिक्षा, ग्रामीण प्रतिभाओं की आवाज़ और संस्कार आधारित नवाचार उनके कार्यों की बुनियाद हैं।
“देवभूमि राष्ट्रीय रत्न पुरस्कार” डॉ. कंचन नेगी के लिए केवल एक व्यक्तिगत सम्मान नहीं है। यह उस विजनरी लीडर का सम्मान है जो शिक्षा के माध्यम से जीवन संवार रही हैं, सपनों को आकार दे रही हैं और एक शिक्षित, समर्थ भारत का निर्माण कर रही हैं।