
देहरादून: प्रदेश के पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने कहा है कि परिवहन विभाग, भारत सरकार द्वारा पूंजी निवेश के लिए राज्य को विशेष सहायता योजना के अन्तर्गत चारधाम यात्रा मार्ग पर गढवाल मण्डल विकास निगम द्वारा ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित किये जा रहे हैं।
उक्त बात प्रदेश के पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने शनिवार को सुभाष रोड़ स्थित अपने कैम्प कार्यालय पर चारधाम यात्रा तैयारियों एवं व्यवस्थाओं को लेकर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा स्वीकृत तथा उत्तराखण्ड परिवहन निगम के द्वारा प्राप्त धनराशि के माध्यम से ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए गढवाल मण्डल विकास निगम को कार्यदायी संस्था बनाया गया है। गढ़वाल मण्ड विकास निगम द्वारा लगाये जाने वाले ईवी चार्जिंग स्टेशन में शरिफाई सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के स्टेटिक ब्रांड के चार्जर लगाए जायेंगे। यह यूनिवर्सल चार्जर होंगे जो कि सभी ईवी गाड़ियों को चार्ज करेंगे। एक चार्जर 60 किलोवाट का होगा जिसमें 30-30 किलोवाट की 02 गन होंगी। इसके अतिरिक्त एक 7.4 किलोवाट का स्लो चार्जर भी होगा। गढ़वाल मण्डल विकास निगम द्वारा चारधाम यात्रा मार्ग पर निगम के 24 (चौबीस) पर्यटन आवास गृहों एवं परिवहन निगम के 04 (चार) बस स्टेशनों पर ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित किये जाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त भारत सरकार के उपक्रम टिहरी हाइड्रो डेवलेपमेन्ट कार्पोरेशन के द्वारा भी चारधाम यात्रा मार्ग पर गढ़वाल मण्डल विकास निगम के 14 (चौदह) पर्यटक आवास गृहों में ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित किये जाने का कार्य किया जा रहा है।
पर्यटन मंत्री श्री महाराज ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि चारधाम यात्रा के दृष्टिगत एक स्टेट लेवल कन्ट्रोल रूम की स्थापना देहरादून स्थित उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद मुख्यालय में की गई है जो कि पूरे यात्राकाल के दौरान संचालित रहेगा। कन्ट्रोल रूम प्रतिदिन प्रातः 7:00 बजे से रात्रि 10.00 बजे तक संचालित रहेगा जो कि वर्तमान में भी संचालित हो रहा है। उन्होंने कहा कि पर्यटकों और यात्रियों को लम्बी कतारों एवं अधिक समय तक प्रतिक्षा न करनी पड़े इसके लिए चारधाम यात्रा में धामों के दर्शन के लिए टोकन, स्लॉट की व्यवस्था प्रारम्भ की गयी है। पंजीकरण, टोकन, सत्यापन व्यवस्था हेतु कार्यरत एजेन्सी के साथ पर्यटन विभाग के अधिकारियों द्वारा धामों का स्थलीय निरीक्षण जिला प्रशासन, पुलिस अधिकारियों के द्वारा करने के साथ ही स्थल भी चयनित किये जाने प्रस्तावित हैं। इस व्यवस्था के लागू हो जाने पर किसी भी यात्री को लाईन में एक घंटे से अधिक का इंतजार नहीं कराना होगा।
महाराज ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 15 अप्रैल 2024 से प्रारम्भ हुए यात्रियों के पंजीकरण के तहत अब तक गंगोत्री के लिए 287358 (दो लाख सतासी हजार तीन सौ अठावन), यमुनोत्री 260597 (दो लाख साठ हजार पांच सौ सतानबे), केदारनाथ 540999 (पांच लाख चालीस हजार नौ सौ निन्याबे), बद्रीनाथ 453213 (चार लाख तिरेपन हजार दो सौ तेरह) और हेमकुण्ड साहिब के लिए 24700 (चौबीस हजार सात सौ) कुल 1566867 (पन्द्रह लाख छहासठ हजार साठ सौ सड़सठ) श्रद्धालु अपना पंजीकरण करवा चुके हैं।
मानसखंड एक्सप्रेस भारत गौरव पर्यटक ट्रेन की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि उत्तराखंड की पहली पर्यटक ट्रेन यात्रा 22-अप्रैल 2024 को पुणे से प्रारंभ हो कर 280 पर्यटकों को लेकर 24 अप्रैल को टनकपुर रेलवे स्टेशन पहुंची। इस टूर पैकेज का संचालन आईआरसीटीसी द्वारा उत्तराखंड में संयुक्त रूप से किया जा रहा है। पर्यटन विकास परिषद् के साथ पैकेज में सेवाएं आईआरसीटीसी द्वारा रु० 28,020/- (अट्ठाइस हजार बीस) रुपए की शुरुआती कीमत पर प्रदान की जा रही हैं। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद् ने भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम लिमिटेड के सहयोग से उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र के अल्पज्ञात स्थलों पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मानसखंड एक्सप्रेस नामक इस विशेष पर्यटक ट्रेन की शुरूआत की गई है। 10 रातों और 11 दिनों की इस यात्रा में नैनीताल, भीमताल, अल्मोडा, चैकोरी, पूर्णागिरि मंदिर, हाट कालिका मंदिर, सूर्य मन्दिर कटारमल, कैंची धाम, चितई गोलू देवता, जागेश्वर धाम, शारदा घाट, पाताल भुवनेश्वर मंदिर, नानकमत्ता गुरुद्वारा चंपावत आदि विभिन्न स्थानों की यात्रा शामिल होगी। ट्रेन के बाहर उत्तराखंड की समृद्ध प्राकृतिक, सांस्कृतिक, स्थापत्य और आध्यात्मिक विरासत प्रदर्शित की गयी है। पैंट्री कार कोच में उत्तराखंडी के विभिन्न व्यंजनों को दर्शाया गया है।