उत्तराखंडपुरस्कार/सम्मानप्रेरणादायक/मिसालशिक्षा

शैलेश मटियानी पुरस्कार से 19 शिक्षक सम्मानित

-राजभवन में शिक्षक दिवस पर हुआ समारोह, राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने किया सम्मानित, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने की पुरस्कार राशि दोगुना करने की घोषणा

    देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को शैलेश मटियानी पुरस्कार की धनराशि दोगुना करने बढ़ाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने बताया कि पुरस्कार की धनराशि अब 10,000 रुपए से बढ़ाकर 21,000 रुपए कर दी गई है।

इस अवसर पर, राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि.) ने देहरादून के राजभवन में आयोजित समारोह में 19 शिक्षकों को शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार से सम्मानित किया। पुरस्कृत शिक्षकों में 11 प्रारंभिक शिक्षा से, पांच माध्यमिक और एक डायट से शामिल हैं। इसके अलावा, नृपेंद्र कुमार जोशी, देवेंद्रप्रसाद हरबोला को विशेष प्रकरण के रूप में पुरस्कार दिया गया है।

  इस मौके पर राज्यपाल ने कहा कि समाज एवं राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत को विश्व गुरु और विकसित भारत बनाने की दिशा में शिक्षकों की अहम भूमिका होगी। बच्चों के सर्वांगीण विकास का दायित्व आप सभी शिक्षकों के कंधों पर ही है।

इस दौरान मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह दिन शिक्षकों के प्रति आदर सम्मान प्रकट करने का दिन है। आज के दिन सम्मानित हो रहे शिक्षकों ने समाज में ज्ञान का संचार एवं अपने अनुभव और मार्गदर्शन से विद्यार्थियों के जीवन को आकार देने का कार्य किया है।उन्होंने कहा कि प्राचीन इतिहास में गुरु शिष्य परंपरा का उल्लेख मिलता है। शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित होने वाले शिक्षक अन्य लोगों को भी प्रेरणा देंगे, आप सभी समाज के लिए रोल मॉडल हैं। गुरु का कार्य शिक्षा देने के साथ ही अपने शिष्य के व्यक्तित्व का निर्माण, अनुशासन एवं समाज के प्रति भावनाओं को जागृत करना भी है।मुख्यमंत्री ने कहा कि तकनीकी विकास और वैश्वीकरण के दौर में शिक्षक, छात्रों को संस्कृति से जोड़ने का कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास और नौनिहालों के भविष्य को बनाने में राज्य सरकार शिक्षकों की हर संभव मदद करेगी। राज्य सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में कई एतिहासिक फैसले लिए हैं। राज्य में शिक्षकों के लिए अनुकूल वातावरण बनाया जा रहा है।

प्रारंभिक शिक्षा में देहरादून जिले के राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय भूड़पुर, सहसपुर की सहायक अध्यापक सुमन चमोली का पुरस्कार के लिए चयन हुआ है। राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय (बालक) नगर क्षेत्र कोटद्वार, पौड़ी के प्रधानाध्यापक नफीस अहमद, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय वीणा, चमोली की सहायक अध्यापक कुसुमलता गड़िया, राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय वीरपुर, डुंडा, उत्तरकाशी प्रधानाध्यापक कुसुम चौहान को पुरस्कार मिलेगा। टिहरी जिले के राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय तपोवन, नरेंद्रनगर की कंचन बाला एवं राजकीय प्राथमिक विद्यालय अगस्त्यमुनि, रुद्रप्रयाग की अरुणा नौटियाल पुरस्कार के लिए चयनित की गई हैं। चंपावत जिले के राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय गागर पाटी के प्रधानाध्यापक खड़क सिंह बोरा, राजकीय जूनियर हाईस्कूल करूली, बागेश्वर के सहायक अध्यापक नरेंद्र गिरि, राजकीय प्राथमिक विद्यालय नाईसेला भीमताल, नैनीताल की डा. भावना पलड़िया, राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय जाजर चिंगरी मूनाकोट, पिथौरागढ़ के चंद्रशेखर जोशी व अल्मोड़ा जिले के राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय चिलियानौला, ताड़ीखेत के प्रधानाध्यापक राम सिंह को यह पुरस्कार दिया जाएगा।

इसके अलावा, माध्यमिक स्कूलों से दौलत सिंह, राजेंद्र कुमार, प्रदीपनकुमार, श्याम दत्त, मधुसूदन और डायट से नारायण प्रसाद उनियाल को यह पुरस्कार दिया गया है। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत भी मौजूद थे।

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