
देहरादून : नवरात्रि के दूसरे दिन भी शुक्रवार को राजधानी में देवी मंदिरों में श्रृद्धालुओं की खूब भीड़ रही। दूसरे दिन श्रद्धालुओं ने मां ब्रह्मचारिणी की पूजा अर्चना की।
साल में चार बार नवरात्रि आती है, जिनमें से आखिरी नवरात्रि शारदीय नवरात्रि होती है, जो आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होती है। नवरात्रि का दूसरा दिन मां ब्रह्मचारिणी को समर्पित होता है। इस दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूरे मनोभाव से पूजा-आराधना की गई।
मान्यता है कि नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करने से जीवन में अच्छे गुण आते हैं। साथ ही आपके अंदर त्याग, सदाचार और संयम की भावना बढ़ती है। ऐसी मान्यता है कि मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करने से भक्तों को जीवन में आने वाली सभी बाधाओं और कठिनाइयों से मुक्ति मिलती है। यह तप, त्याग, संयम और सदाचार जैसे गुणों को भी बढ़ावा देती है, जो आध्यात्मिक उन्नति के लिए आवश्यक माने जाते हैं।