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देहरादून जिले में भारी बारिश से तबाही, दुकानें बही, 13 की मौत

जिला प्रशासन का रेस्क्यू एंड रिलीफ ऑपरेशन, आसपास के लोगों को रात में ही सुरक्षित स्थान पर किया शिफ्ट

देहरादून: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में सोमवार रात से हो रही बारिश ने जमकर कहर बरपाया है। बारिश के कारण इस बार देहरादून जिले में जानमाल का काफी नुकसान हुआ है। जैसे-जैसे नदियों को पानी उतर रहा है, तबाही का मंजर भी साफ दिख रहा है। देहरादून पुलिस-प्रशासन के अनुसार रात से लेकर भी बाढ़ और बारिश में 13 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनके शव पुलिस ने बरामद किए है। ये आंकड़ा बढ़ने की आशंका है, क्योंकि कई लोग अभी भी लापता बताए जा रहे है।

प्रेम नगर से पास आठ लोगों की मौत: देहरादून के प्रेमनगर थाना क्षेत्र में मंगलवार को टोंस नदी के बीच में ट्रैक्टर-ट्रॉली सवार कई मजदूर फंस गए थे। सभी मजदूर पानी के तेज बहाव में बह गए थे। इस हादसे में पुलिस को अभी तक आठ लोगों के शव मिले हैं। मरने वालों में चार महिलाएं और चार पुरुष है. इसके अलावा भी अलग-अलग क्षेत्रों पांच लोग के शव बरामद हुए है।

इसी तरह डीआईटी कॉलेज के पास दीवार गिरने से छात्र के लापता होने की सूचना थी, जिसकी तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया गया था। एसडीआरएफ को छात्र का शव मिल चुका है। इसके बाद सहस्त्रधारा में तीन लोगों के बहाने की सूचना थी, जिनके शव भी मिल गए है, वहीं एक मजदूर की मौत बारिश के कारण मसूरी में भी हुई है। देहरादून पुलिस के अनुसार जिले में अभी तक कुल 13 लोगों के शव मिले हैं। वहीं अभी भी कई जगहों से लोगों के लापता होने की खबरें हैं, जिनकी तलाश में सर्च ऑपरेशन जारी है। बारिश के कारण सबसे ज्यादा नुकसान मालदेवता और सहस्त्रधारा क्षेत्र में हुआ। यहां पर नदियों ने भयंकर तबाही मचाई है। घटना की सूचना मिलते ही डीएम सविन बंसल ने राहत एवं बचाव कार्य की कमान संभाली। रात ही विभागों से समन्वय कर मौके पर रेस्क्यू टीमें भेजी।

रेस्क्यू टीम ने जेसीबी से बचाव कार्य शुरू किया। लोगों को जेसीबी के जरिए सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।

आपदा के दृष्टिगत जिला प्रशासन अलर्ट मोड़ पर आ गया। आईआरएस सिस्टम से जुड़े विभाग भी सक्रिय मोड में आ गए। डीएम के निर्देश पर एसडीएम कुमकुम जोशी रात्रि में ही घटनास्थल पहुंच गई और अपनी निगरानी में बचाव अभियान चलाया।

देहरादून में सहस्रधारा, प्रेमनगर, विकासनगर, सरखेत, नंदा की चौकी, लाल तप्पड़, मालदेवता, केसरवाला, डोईवाला, बाढ़वाला, ऋषिकेश ढालवाला, गढ़ी, गाजियावाला जैसे कई क्षेत्र प्रभावित हैं। टौंस, तमसा, बांदल, रिस्पना, बिंदाल जैसी सभी नदियां उफान पर हैं। विकासनगर क्षेत्र का बताया जा रहा एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक ट्रॉली नदी में बहती दिख रही है, उसमें कई लोग सवार हैं।

 

उधर, डीएम सविन बंसल और एसएसपी अजय कुमार ने मालदेवता क्षेत्र का दौरा कर बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया।

200 से ज्यादा छात्र-छात्राओं का रेस्क्यू: इसके अलावा देहरादून के प्रेमनगर क्षेत्र में ही स्थित पौंधा के पास देवभूमि इंस्टिट्यूट परिसर में जलभराव के कारण 200 से ज्यादा छात्र-छात्राएं फंस गए थे, जिन्हें सुरक्षित निकालने के लिए एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची. एसडीआरएफ ने सभी छात्रों को सुरक्षित बाहर निकाला।

वहीं भारी बारिश को देखते हुए मसूरी में सभी होटलों और होम स्टेज में आज ट्रैवल ना करने की सूचना अनाउंस की जा चुकी है। इसके साथ ही होटल एसोसिएशन की तरफ से सभी पर्यटकों को आज नि:शुल्क प्रवास करने की व्यवस्था की गई है। इसके अतिरिक्त सभी धर्मशाला और गुरुद्वारे में प्रशासन द्वारा खतरे वाले होटलों के पर्यटकों के रहने की व्यवस्था की जा चुकी है। नगर पालिका की बस से उन्हें सुरक्षित स्थानों पे पहुंचाया जा रहा है। इसके साथ ही ऋषिकेश में हरिद्वार बायपास रोड पर मनसा देवी क्षेत्र में काफी पानी भर गया है। रेलवे ट्रैक भी पानी में डूब चुका है। वहीं ऋषिकेश-चंबा के बीच भीनु के पास तेज बारिश से पूरी सड़क वास आउट हो गई है। इसी सड़क से यात्री ऋषिकेश से चम्बा होते हुए गंगोत्री आते जाते है। साथ ही नागणी के पास हैवल नदी के किनारे बना 2 कमरों का होटल नदी ने गिर गया। वहीं, ऋषिकेश के शिवाजी नगर में भी बारिश के कारण बड़े बुरे हालात बने हुए है। ब्रह्मा नदी उफान पर है। नगर निगम वार्ड नंबर 28 शिवाजी नगर में रहने वाले लोगों के घरों में पानी घुस गया है। साथ ही नागणी के पास हैवल नदी के किनारे बना 2 कमरों का होटल नदी ने गिर गया।

 

 

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