उत्तराखंड में भारी बारिश से तबाही, पति-पत्नी समेत चार की मौत, भीमबली में 200 यात्री फंसे, सड़कें बंद
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ अलर्ट, गुरुवार को देहरादून समेत छह जिलों में स्कूल रहेंगे बंद

देहरादून: उत्तराखंड में मौसम का सितम जारी है। बुधवार रात को नई टिहरी के जखन्याल गांव के नौताड़ गदेरे और केदारनाथ पैदल मार्ग पर भीमबली के पास बादल फटने की खबर है। जखन्याल गांव से संपर्क पूरी तरह टूट चुका है। यहां होटल बहने से भानू और उनकी पत्नी नीलम देवी की मौत हो गई, जबकि उनका बेटा बिपिन घायल हो गया। आपदा कंट्रोल रूम ने खबर की पुष्टि करते हुए कहा कि एसडीआरएफ की टीम राहत एवं बचाव कार्य में जुटी है। इसके अलावा सरकार ने चारधाम यात्रा को फिलहाल स्थगित कर दिया है। गुरुवार को हरिद्वार और ऋषिकेश में कोई रजिस्ट्रेशन नहीं होगा। इस बीच, देर रात भारी बारिश के कारण हरिद्वार जिले में बहादराबाद क्षेत्र के भौंरी डेरा में एक मकान की छत गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई, जबकि कुछ लोग घायल हो गए। घायलों को रुड़की के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मौसम विभाग के अलर्ट के चलते गुरुवार को देहरादून, पौड़ी, टिहरी, बागेश्वर, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर में कक्षा एक से 12वीं और आंगनबाड़ी में छुट्टी रहेगी।
उधर, केदारनाथ पैदल मार्ग भीम बली के गदेरे में बादल फटने की सूचना है। भारी बोल्डर मलबा आने से पैदल मार्ग का करीब 30 मीटर हिस्सा क्षतिग्रस्त होने से पैदल मार्ग पर आवाजाही बंद हो गई है। भीमबली में करीब 150 से 200 तीर्थ यात्री फंसे हुए हैं। अभी तक किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। जिला प्रशासन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को अलर्ट पर रखा गया है।
श्री केदारनाथ धाम की यात्रा कर रहे श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है। आपदा की दृष्टि से राज्य में जो संवेदनशील क्षेत्र हैं। जिलाधिकारी स्वयं भी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। प्रदेशवासियों एवं राज्य में आने वाले यात्रियों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।