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सामाजिक मूल्यों को जीवित रखना पत्रकार का धर्म: कोश्यारी 

हिंदी पत्रकारिता दिवस पर राजधानी में हुए विभिन्न कार्यक्रम, विभिन्न संगठनों ने पत्रकारों को उत्कृष्ट योगदान के लिए किया सम्मानित 

देहरादून: राजधानी में गुरुवार को हिंदी पत्रकारिता दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम हुए। इन कार्यक्रमों में वक्ताओं ने पत्रकारिता में गिरावट पर चिंता व्यक्त की, वहीं पत्रकारों के समक्ष पेश आ रही चुनौतियों पर भी चर्चा की। इस मौके पर विभिन्न संगठनों ने पत्रकारों को सम्मानित भी किया।

देवभूमि पत्रकार यूनियन की ओर से तिलक रोड स्थित महावीर जैन कन्या पाठशाला में दो सत्रों में कार्यक्रम आयोजित किया गया। पहले सत्र में मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने ‘मीडिया पर हावी होती राजनीतिक आकांक्षाएं’ विषय पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि पत्रकार को हमेशा समाज के कल्याण और जनहित में कार्य करना चाहिए। सामाजिक मूल्यों को जीवित रखना पत्रकार का धर्म है। मुख्य वक्ता डॉ. देवेन्द्र भसीन ने कहा कि आज अखबारों में संपादक नाम की संस्था खत्म हो गई है, जो चिंता का विषय है। सूचना आयुक्त योगेश भट्ट ने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में पत्रकारों को अपनी भूमिका खुद तय करनी होगी। पूर्व कुलपति डॉ. सुधा रानी पांडेय, उप निदेशक सूचना रवि बिजरानिया के अलावा देवभूमि पत्रकार यूनियन के प्रदेश महासचिव डॉ.वी.डी.शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार हरीश मैखुरी, पत्रकार कुंवर राज अस्थाना आदि ने भी  विचार व्यक्त किए।

कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकारों को उनके द्वारा किए गए कार्य और समाज में किए गए योगदान को ध्यान में रखते हुए सम्मानित भी किया गया है, जिनमें डा.एम.आर सकलानी, रजनीश त्रिवेदी, लक्ष्मी प्रसाद बडोनी, रामगोपाल शर्मा, कुंवर राज अस्थाना, सुरेंद्र ढाका, राज्यमंत्री विनोद उनियाल, राज्यमंत्री डा.देवेंद्र भसीन, मेघा गोयल, महेश रावत आदि शामिल थे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष विजय जायसवाल ने की वहीं मंच संचालन गोपाल सिंघल ने किया। मंच पर मुख्य अतिथियों के साथ यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल वर्मा, डा. चंद्र सिंह तोमर “मयंक”, वरिष्ठ समाजसेवी विशंभर नाथ बजाज, राज्यमंत्री श्रीमती विनोद उनियाल, प्रदेश अध्यक्ष देवभूमि जर्नलिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन पं. सुभाष चंद्र जोशी उपस्थित रहे। इस मौके पर पत्रकार एस.एन.उपाध्याय, शाक्त ध्यानी सूर्य प्रकाश भट्ट, शशिकांत मिश्रा, ललित लखेड़ा, हरीश खनेडा, नवीन जोशी, रजत शर्मा, विकास कुमार, दीपक गुलानी, जगदीश बावला, गिरधर शर्मा, आलोक शर्मा, दीपाली कश्यप, सुनीता शर्मा, तिलक राज, अशोक खन्ना आदि उपस्थित रहे।


समाचार लिखते समय संतुलन बनाए रखें: बंशीधर

हिंदी पत्रकारिता दिवस के उपलक्ष्य में गुरुवार को उत्तरांचल प्रेस क्लब की ओर से संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने कहा कि आज की पत्रकारिता और पत्रकारों के समक्ष कई चुनौतियां हैं। समाचार लिखते या कवर करते समय हमें संतुलन का बेहद ध्यान रखना चाहिए। इस अवसर पर प्रेस क्लब अध्यक्ष अजय राणा, वरिष्ठ पत्रकार जय सिंह रावत, अनुपम द्विवेदी व संजीव कंडवाल ने भी पत्रकारिता के बदलते स्वरूप पर विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर स्वच्छ, निष्पक्ष और दीर्घकालीन पत्रकारिता के लिए वरिष्ठ पत्रकार रविन्द्र नाथ कौशिक, अजीत कांबोज, वर्षा सिंह, योगेश सेमवाल और सोशल मीडिया के क्षेत्र में राजेश पोल खोल बहुगुणा को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम का संचालन कार्यवाहक महामंत्री मीना नेगी ने किया। इस अवसर पर प्रेस क्लब की वरिष्ठ उपाध्यक्ष रश्मि खत्री, कनिष्ठ उपाध्यक्ष दरवान सिंह, कोषाध्यक्ष मनीष चंद्र भट्ट, संप्रेक्षक मनोज सिंह जयाडा, कार्यकारिणी सदस्य मंगेश कुमार, दया शंकर पांडेय, विनोद पुंडीर के साथ ही पूर्व महामंत्री गिरिधर शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार अर्जुन सिंह बिष्ट, अरुण शर्मा, तिलक राज, प्रदीप फर्सवान, अभिषेक मिश्रा, प्रमोद रावत, अमित ठाकुर आदि उपस्थित थे।


पत्रकारिता दिवस पर कवियों ने बिखेरे रंग

गौरवांजलि ट्रस्ट की ओर से दून विहार में आयोजित कार्यक्रम में जहां पत्रकारों का सम्मान किया गया, वहीं कवि सम्मेलन भी आयोजित किया गया। सम्मानित किए गए पत्रकारों में वरिष्ठ पत्रकार संजय श्रीवास्तव, लक्ष्मी प्रसाद बडोनी, शंकर सिंह कुशवाहा, अश्विनी त्रिपाठी आदि शामिल थे।

इस मौके पर प्रसिद्ध कवि श्रीकांत श्री, जसवीर सिंह हलधर, महिमा श्री, प्रीति त्रिपाठी, वंदना विशेष, राजवीर सिंह राज, अवनीश मलासी, रोशन अग्रवाल, केडी शर्मा, सागर, अक्स अपरिचित, कविता बिष्ट, दर्द गढ़वाली, शंकर सिंह कुशवाहा ने कविताएं सुनाईं, जिन्हें श्रोताओं ने खूब पसंद किया।

कार्यक्रम अध्यक्ष पद्मश्री डॉ. बीकेएस संजय ने हिंदी पत्रकारिता पर प्रभावशाली वक्तव्य दिया। सौरभकांत शर्मा ने संचालन किया, जबकि ट्रस्ट के महामंत्री गौरव विवेक ने आभार जताया।

 

प्रमुख मीडिया संस्थानों की विश्वसनीयता पर सवाल

 

हिन्दी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र की ओर से आज सांय ‘आज की पत्रकारिता में पत्रकारिता कहां है,चुनौतियां और सुझाव‘ विषय पर एक विचार गोष्ठी आयोजित की गई। वक्ताओं ने प्रमुख मीडिया संस्थानों की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किए। वक्ताओं में

वरिष्ठ पत्रकार जय सिंह रावत, लेखक व पत्रकार एस.एम.ए.काजमी, स्वतंत्र खोजी पत्रकार त्रिलोचन भट्ट, पत्रकार रश्मि सहगल, युवा पत्रकार राहुल कोटियाल,पर्यावरण के मुद्दों पर कार्यरत पत्रकार वर्षा सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता विनीत पंछी और फिल्म निर्माता शाश्वती तालुकदार शामिल थे।

इससे पहले लेखक व साहित्यकार डाॅ. मुनिराम सकलानी की पत्रकारिता पर आधारित पुस्तक  ‘उत्तराखंड की पत्रकारिता : स्वतंत्रता आन्दोलन से लेकर वर्तमान तक” का लोकार्पण उपस्थित अतिथि वक्ताओं के सानिध्य में किया गया।इस पुस्तक में पत्रकारिता व उसका महत्व व भारत में पत्रकारिता का इतिहास, स्वतंत्रता आन्दोलन व उसके बाद  उत्तराखंड की पत्रकारिता, प्रमुख पत्र व पत्रकारों का परिचय व उत्तराखंड से प्रकाशित होने वाले प्रमुख पत्र आदि की जानकारी दी गई है।

इस अवसर पर सभागार में निकोलस हाॅफलैण्ड, चन्द्रशेखर तिवारी, हिमांशु आहूजा, डाॅ. विशाल सिंह,विजय भट्ट, सुजाता राव,कर्नल वी के दुग्गल,विभापुरी दास, प्रियंका जैना, सुंदर सिंह बिष्ट, सहित, लेखक, पत्रकार, साहित्यकार, साहित्य प्रेमी, सामाजिक कार्यकर्ता, बुद्विजीवी और पुस्तकालय के सदस्य व युवा पाठक उपस्थित रहे।इस कार्यक्रम का संचालन सामाजिक इतिहासकार व स्वतंत्र पत्रकार डाॅ. योगेश धस्माना ने किया।

 

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