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मोदी मंत्र से स्थानीय उत्पादों को मिल रही राष्ट्रीय पहचान 

-मुख्यमंत्री धामी ने किया दस दिवसीय सरस मेले का शुभारंभ, स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के उत्पादों को लेकर की सराहना 

देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लोकल फार वोकल अभियान धरातल पर उतर रहा है और उनके इस मंत्र से स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल रही है। धामी शुक्रवार शाम को यहां रेंजर्स ग्राउंड में दस दिवसीय सरस मेले का शुभारंभ कर रहे थे। उन्होंने महिला स्वयं सहायता समूह की तारीफ करते हुए कहा कि उनके उत्पाद देशभर में पहचान बना रहे हैं। उन्होंने प्रदेश भर में चलाए गए नारी शक्ति वंदन अभियान की चर्चा करते हुए कहा कि इनमें मातृशक्ति की उपस्थिति उल्लेखनीय रही है। कहा कि मातृशक्ति की ओर से स्थानीय स्तर पर तैयार कई उत्पाद तो ऐसे हैं, जो बहुराष्ट्रीय कंपनियों के उत्पादों से भी बेहतर हैं।

इससे पहले धामी ने प्रदेश भर के स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का भी अवलोकन किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने महिलाओं से वार्ता कर उनके उत्पादों के बारे में जानकारी ली तथा महिलाओं द्वारा निर्मित मंडुवे के बने केक की सराहना की। उन्होंने स्वयं सहायता समूह द्वारा निर्मित दीए की खरीददारी कर ऑनलाइन माध्यम से पेमेंट भी की।मुख्यमंत्री ने कहा कि सरस मेले में महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पाद मातृशक्ति के परिश्रम, नवाचार के प्रतीक हैं। अपने परिश्रम और स्थानीय उत्पादों के माध्यम से महिलाएं आजीविका चलाने का कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि सरस मेला हमारे ग्रामीण क्षेत्रों की समृद्ध सांस्कृतिक परम्परा, कौशल और उद्यमिता को प्रदर्शित करने का भी प्रयास है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हमारे स्थानीय उत्पादों को सशक्त बनाने के लिए वोकल फॉर लोकल अभियान प्रारंभ किया गया था। यह मेला भी इस अभियान को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कड़ी है। उन्होंने कहा कि आजीविका मेले प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के मंत्र को भी साकार करने में सिद्ध हो रहे हैं। कहा कि लखपति दीदी योजना के तहत राज्य की एक लाख से अधिक महिलाओं ने लखपति बनने का गौरव प्राप्त किया है। हमारा संकल्प वर्ष 2025 तक 1.5 लाख लखपति दीदी बनाने का है। कोविड-19 के चुनौतीपूर्ण समय में भी सरकार ने मुख्यमंत्री महिला स्वयं सहायता समूह योजना के अंतर्गत ₹84 करोड़ से अधिक की आर्थिक सहायता प्रदान कर महिलाओं के उत्थान और सशक्तिकरण को सुनिश्चित करने का प्रयास किया था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 30 हजार से अधिक समूहों को ब्याज प्रतिपूर्ति के रूप में ₹24 करोड़ की छूट भी दी गई। 159 महिला सीएलएफ को लगभग ₹8 करोड़ का एकमुश्त अनुदान प्रदान किया गया। 43 हजार सक्रिय समूहों के स्वावलंबन हेतु ₹51 करोड़ से अधिक की आर्थिक सहायता भी प्रदान की गई है।

मुख्यमंत्री से वार्ता के दौरान स्त्री शक्ति स्वयं सहायता समूह से स्वाति नेगी ने बताया कि उन्होंने 2019 में ग्रोथ सेंटर के माध्यम से ट्रेनिंग लेकर 20 महिलाओं के साथ दीपावली में काम आने वाली सजावटी मालाएं बनाने का कार्य शुरू किया। उन्होंने बताया राज्य सरकार द्वारा सचिवालय से लेकर ग्राम स्तर हर जगह उनके स्टॉल लगाए जाते हैं। उन्होंने बताया समूह की प्रत्येक महिला महीने में ₹10 से ₹12 हज़ार की आय अर्जित कर रही हैं।

कार्यक्रम में लखपति दीदी फरजाना खान ने मुख्यमंत्री से वार्ता के दौरान प्रत्येक ब्लॉक स्तर पर आउटलेट्स खोले जाने का अनुरोध किया। जिसके उपरांत मुख्यमंत्री ने आयुक्त ग्राम्य विकास श्री धीराज गर्ब्याल को प्रत्येक जिले के हर संभव स्थान पर आउटलेट्स खोले जाने हेतु परीक्षण करवाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं अपनी बहनों को वचन देता हूं कि उनकी हर संभव मदद की जायेगी।

इस अवसर पर राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल, विधायक खजान दास, विधायक उमेश शर्मा काऊ, विश्वास डाबर, जोत सिंह बिष्ट, आयुक्त ग्राम्य विकास  धीराज गर्ब्याल, जिलाधिकारी सविन बंसल एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

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