मणि अग्रवाल केतकी साहित्य रत्न सम्मान से सम्मानित

देहरादून: देहरादून की मणि अग्रवाल “मणिका” को उनकी साहित्यिक विशेषताओं के लिए उत्तर प्रदेश के लखीमपुरखीरी की तहसील मोहम्मदी में कथा कुंज साहित्य सेवा परिषद द्वारा एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मान समारोह में “केतकी साहित्य रत्न” सम्मान से सम्मानित किया गया। इस सम्मान ने समस्त देहरादून को गौरवान्वित किया। कथा कुंज संस्था विगत 3 वर्षों से यह आयोजन कर रही है, जिसमें वह प्रतिवर्ष देश-विदेश से 21 साहित्यिक प्रतिभाओं का चयन कर महिला साहित्यकारों को “केतकी साहित्य रत्न” एवं पुरुषों को “गोमती साहित्य रत्न” से सम्मानित करती है और इसमें संस्था द्वारा मणिका का चयन किया जाना देहरादून के लिए गर्व का विषय रहा।
महाभारत कालीन और ऐतिहासिक मोहम्मदी की पावन धरती सात अक्टूबर को साहित्यिक संस्था कथा कुंज साहित्य परिषद की ओर से अन्तर्राष्ट्रीय साहित्य सम्मेलन सह सम्मान समारोह -2025 में देश-विदेश से चयनित कवियों और कवयित्रियों के पावन सम्मेलन और अद्भुत काव्य पाठ का गवाह बनी। संस्थापक गोविन्द गुप्ता और पूरी टीम ने कोई कसर नहीं छोड़ी कार्यक्रम को अद्भुत और अविस्मरणीय बनाने में। डॉ. नीमा पंत ब्रॉन्ड अम्बेसडर की सकारात्मक भूमिका रही। प्रोफेसर सुदीप कुमार की पावन स्मृति में आयोजित इस कार्यक्रम में देश -विदेश की हस्तियों के साथ ही साहित्यिक और सामाजिक सक्रिय विभूतियों ने भाग लिया। पटना से आयी आरजे और बेहतरीन संचालिका श्वेता सुरभि ने बिल्कुल फिल्मी अंदाज़ में कार्यक्रम को संचालित किया और अपनी हाजिर जवाबी से मन मोह लिया।
वरिष्ठ कवयित्री मंजू श्रीवास्तव अमेरिका , मणि अग्रवाल “मणिका “,इति शिवहरे, राधा गुप्ता, पीके सिंह, कवि डॉ. प्रीतम कुमार झा, विकास मिश्र सागर, रानी गुप्ता, रीमा सिन्हा, रंजना डोगरा, संध्या त्रिपाठी, शिप्रा, सारिका सरल, मीनू कुमार, इति शिवहरे, आकृति विज्ञा अर्पण रानी गुप्ता, रीमा सिन्हा, सुरभि सिंह,मीनू कुमार के साथ पीके सिंह, विकास मिश्र व अन्य कवियों ने ऐसा वातावरण तैयार किया कि देर रात तक श्रोतागण काव्य गंगा में गोते लगाते रहे। सभी को सम्मानित करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री लोकेन्द्र प्रताप सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री कृष्णा राज और छोटी काशी के चेयरमैन विजय शुक्ल और नगर पालिका चेयरमैन संदीप मेहरोत्रा ने सबको शुभकामनाएँ दीं व सम्मानित किया। कार्यक्रम से पहले सभी आगंतुक कवियों और कवयित्रियों को मोहम्मदी का भ्रमण भी कराया गया। यह कार्यक्रम हमेशा अनुशासन, सकारात्मकता और काव्य गरिमा के लिए याद किया जाएगा। कार्यक्रम में विशेष सहयोगी, श्यामू गुप्ता, प्रशांत मिश्र, प्रशांत सिंह,अखिलेश गुप्ता, हरेंद्र वर्मा,सचिन गुप्ता, रजनी सैनी, शिवम राठौर, रमेश गुप्ता, बाबूराम पाठक, चरनजीत सिंह, मेराज खां, यूनिवर्सल बुक, राममोहन रस्तोगी, रामजी गुप्ता आदि उपस्थित रहे।