उत्तराखंड में होने लगा ठंड का एहसास, गिरने लगा तापमान
फिलहाल बारिश की संभावना नहीं, शुष्क बना रहेगा मौसम बच्चों और बुजुर्गों का इस बदलते मौसम में खास ध्यान रखने की जरूरत

देहरादून : उत्तराखंड में सर्दियों की शुरुआत के संकेत मिलने लगे हैं। राज्य के अधिकतर क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है, जिससे ठंडक बढ़ने लगी है। हालांकि, मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार फिलहाल भारी बारिश की कोई संभावना नहीं है और मौसम शुष्क बना रहेगा।
प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में तापमान के गिरने और मौसम के बदलने के साथ ही लोग सर्दियों की तैयारी में जुट गए हैं। गर्म कपड़े और रजाई-गद्दों की बिक्री में तेजी आई है। साथ ही, पर्वतीय क्षेत्रों में रहने वाले लोग ठंड से निपटने के लिए लकड़ी और अन्य साधनों की व्यवस्था करने लगे हैं। पहाड़ों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में ठंडी हवाओं के साथ, राज्य धीरे-धीरे ठंड की चपेट में आ रहा है। आने वाले दिनों में ठंडक के और बढ़ने के आसार हैं, जिससे लोग गर्मी से राहत पाकर सर्दी के मौसम का स्वागत कर रहे हैं। कुमाऊं में मुनस्यारी के मल्ला जोहार की ऊंची चोटियों पर हल्का हिमपात होने के कारण ठंडक में और इजाफा हुआ है। इसके साथ ही मुनस्यारी में हल्की बूंदाबांदी होने से वातावरण में ठंड बढ़ गई है। ठंडी हवाओं के चलते पर्वतीय इलाकों में सुबह और रात के समय ठिठुरन का अनुभव किया जा रहा है। वहीं, दिन के समय धूप खिलने से कुछ राहत भी मिल रही है।
इधर, गुरुवार को देहरादून का अधिकतम तापमान 30.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 18.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उधम सिंह नगर में अधिकतम तापमान 31.0 और न्यूनतम 19.4 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि मुक्तेश्वर में अधिकतम तापमान 22.5 और न्यूनतम तापमान 10.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पर्वतीय क्षेत्रों में बढ़ती ठंड का संकेत है। नई टिहरी में भी न्यूनतम तापमान 12.0 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है।
मौसम विभाग ने संकेत दिए हैं कि अगले कुछ दिनों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में और गिरावट आने की संभावना है, जिससे ठंडक और बढ़ सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह का कहना है कि बदलते मौसम में खासकर बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। ठंड के बढ़ते असर को देखते हुए लोगों को गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करना चाहिए और अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहिए।