
देहरादून: प्रसिद्ध साहित्यकार और श्रीनगर गढ़वाल निवासी नीरज नैथानी की पुस्तक मारीशस यात्रा संस्मरण का बाली (इंडोनेशिया) और वियतनाम में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में लोकार्पण किया गया। दस दिवसीय इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में कवि सम्मेलन, पुस्तक लोकार्पण, शोध-पत्र वाचन, पर्यटन सहित विभिन्न गतिविधियों का संचालन हुआ।
दस दिवसीय इस साहित्योत्सव से लौटे नीरज नैथानी ने बताया कि साहित्य शोध संचय संवाद फाउंडेशन नई दिल्ली तथा बाली स्थित सुग्रीव विश्व विद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय साहित्यिक-शैक्षणिक गतिविधियों का भी संपादन हुआ। इस दौरान परमधाम आश्रम में आयोजित कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने लोक नृत्य की भव्य प्रस्तुति दी। इस मौके पर भगवत गीता की आरती भी प्रस्तुत की। आश्रम के प्रधान गुरु जी ने संस्कृत में कविता सुनाकर काव्य संध्या का शुभारंभ किया।नीरज नैथानी ने मंच संचालन किया।काव्य पाठ के पश्चात गुरुजी ने काव्य संग्रह का लोकार्पण किया तथा काव्य पाठ करने वाले समस्त कवियों को सम्मानित किया।
तीन दिन के वियतनाम पर्यटन में वॉर मेमोरियल के साथ ही वियतनामी गुर्रिलाओं द्वारा बनायी गयी सुरंगों ‘कू ची टनल’ ,मेखोंग डेल्टा, कोकोनट आई लैंड, हनी बी आई लैंड, शॉपिंग सेंटर,सिटी साइट सीइंग टूर का आयोजन किया गया।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर वियतनाम के ‘होटल बे’ में साहित्य संचय शोध संवाद फाउण्डेशन दिल्ली की ओर से भारतीय योग शिविर भी संचालित किया गया।
सम्मेलन में मॉरीशस तथा भारत के विभिन्न राज्यों उत्तर प्रदेश, नई दिल्ली, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल, हरियाणा, गुजरात, बिहार, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान उत्तराखंड आदि के सत्तर सदस्यीय दल ने प्रतिभाग किया। उत्तराखंड से नीरज नैथानी के अलावा राधा बाल्मीकि (पंतनगर), रतन राय (देहरादून), आरती रावत पुण्डीर (श्रीनगर गढ़वाल), अर्चना राय (देहरादून), माधुरी नैथानी (श्रीनगर गढ़वाल) की भी सहभागिता रही।