महेश्वरी कनेरी के कविता संग्रह ‘अंतर्मन’ का लोकार्पण
-वक्ताओं ने कहा महेश्वरी कनेरी ने जीवन के गहरे अनुभवों को दिया है काव्य रूप, दो सत्रों में आयोजित कार्यक्रम के दूसरे चरण में हुई कवि गोष्ठी में कवियों ने बांधा समां

देहरादून : वरिष्ठ कवयित्री महेश्वरी कनेरी के काव्य संग्रह ‘अंतर्मन’ का शनिवार को यहां सुभाष रोड स्थित एक होटल में लोकार्पण किया गया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि इस काव्य संग्रह में कवयित्री महेश्वरी कनेरी ने जीवन के गहरे अनुभवों को काव्य रूप में मोती की तरह पिरोया है। यह कविता संग्रह निश्चित रूप से काव्य प्रेमियों को पसंद आएगा। दो सत्रों में आयोजित इस कार्यक्रम के दूसरे चरण में कवि गोष्ठी का भी आयोजन किया गया, जिसमें कवियों ने गीत-ग़ज़लों से समां बांध दिया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ शायर शादाब मशहदी और दर्द गढ़वाली ने किया।
कविता संग्रह का लोकार्पण करते हुए मुख्य अतिथि शिक्षाविद् कमला पंत ने कहा कि महेश्वरी कनेरी ने ‘अंतर्मन’ में सबके मन की बात कह दी है। विशिष्ट अतिथि डॉ. विद्या सिंह, डॉली डबराल और डीएन भटकोटी ने कहा कि महेश्वरी कनेरी की कविताएं सरल और सहज हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार असीम शुक्ल ने कहा कि महेश्वरी कनेरी की कविताएं हर दृष्टि से उत्कृष्ट हैं। इससे पहले कवयित्री महेश्वरी कनेरी ने अपनी काव्य यात्रा पर विस्तार से चर्चा की।
इसके बाद कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें वरिष्ठ शायर अंबर खरबंदा, नीलमप्रभा वर्मा, श्रीकांत श्री, जसवीर सिंह हलधर, झरना माथुर, शिवचरण शर्मा मुज़्तर, कुमार विजय ‘द्रोणी’, सत्यप्रकाश शर्मा सत्य, मोनिका मंतशा, भारती पांडेय, योगेश्वर गौड़, केडी शर्मा, उषा झा, निशा अतुल्य, संगीता शाह, सुहैला, महेंद्र प्रकाशी, रविन्द्र सेठ, नरेंद्र शर्मा, आदि रचनाकारों ने अपनी रचनाओं से समां बांध दिया।
इससे पहले, कार्यक्रम की शुरुआत शोभा पराशर ने सरस्वती वंदना से की, जबकि क्षमा कौशिक ने दीप ज्योति मंत्र पढ़ा। इस मौके पर वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. रामविनय सिंह, अनिल अग्रवाल, डॉ. इंदू अग्रवाल, वीरेंद्र डंगवाल पार्थ, मणि अग्रवाल मणिका, कविता बिष्ट, सुनील त्रिवेदी, रजनीश त्रिवेदी, ज्ञानेंद्र कुमार, एनएस कनेरी, अक्षत कनेरी, पूजा कनेरी, स्वाति श्रीनिवास, श्रुति बिष्ट, कमला बिष्ट, नीलम रावत आदि मौजूद थे।
वाह बहुत ही शानदार
बहुत शुक्रिया