पुस्तक समीक्षासाहित्य

तंत्र को आइना दिखाती हैं युवा कवि भक्त दर्शन पांडेय की कविताएं

  • कविता वह है जो आपके मन को छू जाए। समाज की हकीकत से आपका सामना कराए और आपको वह अंदर तक हिला दे और देर तक सोचने को मजबूर करे या आपकी कविताई की प्यास को और बढ़ा दे। निश्चित रूप से पिथौरागढ़ के युवा कवि भक्तदर्शन पांडेय के काव्य संग्रह ‘मां तुम कब सुस्ताती’ में वह सब कुछ है, जो एक अच्छे काव्य संग्रह में होना चाहिए।शिल्प हो या भाव या कथ्य, उनकी यह पुस्तक हर दृष्टि से खरी उतरती है। इस पुस्तक की एक कविता, जिस पर काव्य संग्रह का नाम ही लिखा है ‘मां तुम कब सुस्ताती’ से उद्धृत यह पंक्ति…

‘फिर जाती दूर गदेरे,
फौले में पानी लाती,
गोठ से पांण तक,
सबकी प्यास बुझाती,
अक्सर कहती लगी थी तीस,
पर भूल गई
और रह जाती प्यासी।’ मां के परिवार के प्रति समर्पण को दर्शाने को काफी है।
इसी तरह, पानी की समस्या को लेकर ‘नौला’ शीर्षक से लिखी उनकी कविता
‘सदियों तक लोगों की प्यास बुझाने वाले गांवों में मंदिरों के देवी-देवताओं की तरह पूजे जाने वाले नौले,
शहर बनते ही कर दिए गए हैं दफन,
मकानों की नींव में,
और पानी के लिए हो रहा,
सड़कों पर टैंकरों का इंतजार ‘ अनियमित विकास की हकीकत को उजागर कर देती है।
युवा कवि ने मासूम बचपन ही नहीं बल्कि तितली तक को अपनी कविता का विषय बनाया है। भक्तदर्शन पांडेय मूलतः पत्रकार हैं, इसलिए उन्होंने बढ़ती बेरोजगारी को लेकर भी अपनी कलम चलाई। अराजक शीर्षक से लिखी उनकी कविता
‘वर्दी पहनकर देश के लिए
मर मिटने को तैयार,
युवाओं के जोश को
सरहद पर जाने से पहले,
कर दिया ठंडा,
जब उन पर बीच सड़क भांजी गई लाठियां, नौकरी के बजाय ‘अराजक’
नाम लेकर, घर लौटे चिराग,
अकेले थोड़े ही थे रुआंसे, बेरोजगार पिता, बीमार मां, जवान बहन,
की उम्मीदों पर भी तो
फिर गया था पानी।’

सरकार की अग्निपथ योजना को आइना दिखाती प्रतीत होती है।


  • इसी तरह, किसान, सूखा, दाग, तमाशबीन जैसी कविताएं भी युवा कवि में ‘कवि’ होने की संभावनाएं जगाती हैं। भक्त दर्शन पांडेय को पहले काव्य संग्रह के लिए बधाई और उम्मीद करता हूं कि वह अपनी कविताओं के माध्यम से तंत्र की खामियों को उजागर करते हुए उसे लोकहित में काम करने को मजबूर करेंगे।

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काव्य संग्रहः मां तुम कब सुस्ताती
रचयिताः भक्त दर्शन पांडेय
पृष्ठः 72
प्रथम संस्करणः 2022
मूल्यः रु. 100/-
मोबाइलः 94111348200, 9012724040
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समीक्षकः
लक्ष्मी प्रसाद बडोनी
दर्द गढ़वाली
फेज-1, डी-7
देवपुरम कालोनी, लोअर तुनवाला
देहरादून
मोबाइलः 09455485094

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