
अयोध्या/देहरादून: अयोध्या में नवनिर्मित श्री राम मंदिर में रामलला सोमवार को धार्मिक परंपराओं के बीच विराजमान हो गए। भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के लिए सोमवार दोपहर 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकेंड से लेकर 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकेंड यानी सिर्फ 84 सेकेंड का शुभ मुहूर्त था, जिसमें भगवान श्री राम के नेत्र सोने की सिलासा से खोले गए और जिसके बाद भगवान राम का गुणगान किया गया। अयोध्या समेत पूरा देश भगवान राम के जयकारे से गूंज उठ।
प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की शुरुआत ‘मंगल ध्वनि’ से हुई। पूरे दो घंटे तक श्रीराम मंदिर परिसर 18 राज्यों से पहुंचे 50 से अधिक लोक और शास्त्रीय वाद्ययंत्रों की मंगल ध्वनि की गूंज का साक्षी बना। उत्तराखंड के प्रमुख लोकवाद्य ‘हुड़का’ को भी इस मंगल ध्वनि में समवेत होने का सौभाग्य मिला।
भगवान श्रीराम की आकर्षित इस मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का सौभाग्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिला। इस मौके पर संघ प्रमुख मोहन भागवत, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत देश के आठ हजार प्रमुख लोग मौजूद थे।
मंगलवार से कर सकेंगे रामलला के दर्शन
सभी भक्त मंगलवार से भगवान रामलला के दर्शन कर सकेंगे। मंदिर के द्वार रोजाना सुबह सात बजे से साढ़े 11 बजे तक और दोपहर में दो बजे से शाम सात बजे तक खुलेंगे। दोपहर में ढाई घंटे मंदिर के कपाट बंद रहेंगे।