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सहस्त्रताल हादसा: सीएम ने मजिस्ट्रेटी जांच के दिए आदेश  

रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा, 13 ट्रैकरों की जान बचाई, नौ की मौत, 22 सदस्यीय ट्रैकरों के इस दल को 7 जून तक लौटना था, चार और ट्रैकरों के शव लाए गए

देहरादून/उत्तरकाशी: उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित सहस्त्रताल की ट्रैकिंग के दौरान मौसम खराब होने के चलते रास्ता भटकने से नौ ट्रैकरों ने जान गंवा दी। सूचना मिलने पर प्रशासन ने रेस्क्यू अभियान चलाकर 13 ट्रैकरों को सुरक्षित निकाल लिया। इनमें से 11 को एयरलिफ्ट किया गया था। दो को वन विभाग की टीम पैदल लेकर पहुंची। पांच के शव बुधवार को ही मिल गए थे, जबकि लापता चार ट्रैकर्स के शव आज भटवाड़ी लाए गए। इस बीच, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पूरी घटना के मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं।

इधर, रेस्क्यू ऑपरेशन समाप्त होने पर एसडीआरएफ की टीम भी उत्तरकाशी पहुंच गई है। गुरुवार को वेंकटेश प्रसाद (53), पदमांधा कृष्णमूर्ति (50), अनिता रंगप्पा (60) और पद्मिनी हेगड़े (34) के शव लाए गए हैं। जबकि सिंधु वाकेलाम, आशा सुधाकर, सुजाता मुंगरवाडी, विनायक मुंगुरवाडी और चित्रा प्रणीत के शव बुधवार को लाए गए थे।

सुरक्षित निकाले गए ट्रैकर्स

सौम्या कनाले,स्मृति डोलस,शीना लक्ष्मी, एस शिवा ज्योति,अनिल जमतीगे,अरुणाचल भट्ट, भारत बोम्मना गौडर, मधु किरण रेड्डी, जयप्रकाश बीएस, एस सुधाकर, विनय एमके, विवेक श्रीधर, नवीन ए और रितिका जिंदल।

बीते कुछ वर्षों में ट्रैकिंग के दौरान हुए हादसे

वर्ष 2021-आईटीबीपी की लंबी दूरी पेट्रोलिंग के दौरान हिमस्खलन के कारण तीन पोर्टरों की मौत

वर्ष 2021-लमखागा-छितकुल ट्रैक पर हिस्खलन के कारण सात की मौत

वर्ष 2022-द्रोपदी का डांडा-2 चोटी आरोहण के दौरान हिमस्खलन-28 की मौत, एक लापता।

वर्ष 2023-रुनसारा ताला ट्रैक मोरी में तबीयत बिगड़ने से दो ट्रैकर की मौत।

वर्ष 2023-गंगोत्री-कालिंदीखाल ट्रैक पर तबीयत बिगड़ने से एक ट्रैकर की मौत।

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