प्लास्टिक को कहें ‘ना’, जीवन शैली में लाएं बदलाव
सीएसआईआर- भारतीय पेट्रोलियम संस्थान में मनाया गया विश्व पर्यावरण दिवस, कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एयर वाइस मार्शल केएए संजीब, वीएसएम तथा विंग कमांडर एएस सचान रहे विशिष्ट अतिथि

देहरादून: सीएसआईआर-भारतीय पेट्रोलियम संस्थान ने विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित गोष्ठी में सुरक्षित पर्यावरण के सामने आने वाली चुनौतियों पर मंथन किया। वक्ताओं ने “प्लास्टिक प्रदूषण का अंत” विषय पर चर्चा करते हुए प्लास्टिक के प्रयोग को हतोत्साहित करने और जीवन शैली में बदलाव लाने की जरूरत पर जोर दिया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एयर वाइस मार्शल केएए संजीब, वीएसएम तथा विशिष्ट अतिथि विंग कमांडर एएस सचान रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए मुख्य वैज्ञानिक हेमंत कुलकर्णी ने विश्व पर्यावरण दिवस के उद्देश्य की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक प्रदूषण की चुनौती से निपटने के लिए बहु-आयामी दृष्टिकोण की आवश्यकता है, जिसमें इसके उपयोग को कम करने के लिए जीवनशैली में बदलाव भी शामिल है।
संस्थान के निदेशक डॉ. हरेन्द्र सिंह बिष्ट ने अपने स्वागत भाषण में भारतीय वायुसेना का आईआईपी के संवहनीय विमानन ईंधन प्रौद्योगिकी में महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने सभी गतिविधियों में कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए ऊर्जा कुशल प्रौद्योगिकियों को अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया।
मुख्य अतिथि एयर वाइस मार्शल के.ए.ए. संजीव, वीएसएम ने सीएसआईआर-आईआईपी के कार्यों की सराहना की और कहा कि यह हमारे लिए प्रशंसा का विषय है कि भारतीय वायुसेना संवहनीय विमानन ईंधन प्रौद्योगिकी में साझेदार रही है। उन्होंने सीएसआईआर-आईआईपी के प्लास्टिक कचरे से ईंधन बनाने के प्रयासों की भी सराहना की।
इसके बाद जलवायु परिवर्तन तथा डॉटा साइंस प्रभाग के संजीव ने दर्शकों को “पर्यावरण एक्सप्रेस” की जानकारी दी और प्रतिभागियों को इसकी परिचय यात्रा भी करवाई। डॉ. सनत कुमार ने ‘प्लास्टिक प्रदूषण को हराएं’ विषय पर अपने व्याख्यान में संस्थान की “अपशिष्ट प्लास्टिक से ईंधन” तक की यात्रा की जानकारी दी, जो अत्यंत सूचनाप्रद और ज्ञानवर्धक रही।
इस कार्यक्रम में विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के विजेताओं को भी सम्मानित किया गया। तत्पश्चात संस्थान के कर्मचारियों ने डॉ. सुनील कुमार सुमन के पर्यवेक्षण में आयोजित वृक्षारोपण अभियान में उत्साहपूर्वक भाग लिया तथा संस्थान परिसर में कुल 115 पौधे लगाए। मुख्य वैज्ञानिक एवं एससीडीडी के प्रमुख हेमंत कुलकर्णी ने अतिथियों का आभार जताया।