भाजपा में कई पार्षदों की सीट खतरे में, नहीं मिलेगा अबकी बार टिकट

देहरादून : निकायों में आरक्षण सूची जारी होने के बाद देहरादून के विभिन्न वार्डों में चुनावी गणित तो बदला ही, भाजपा के अभियान-कार्यक्रमों से दूर रहे निवर्तमान पार्षदों के लिए भी चुनावी समीकरण बदल गए। भाजपा संगठन के प्राथमिक सर्वे में ऐसे नेताओं को चिन्हित किया गया है। इनकी सीट खतरे में बताई जा रही है। कुछ सीटें आरक्षित होने के कारण यहां या तो निवर्तमान पार्षद अपनी पत्नी के लिए टिकट मांग रहे हैं या करीबियों के लिए। दून नगर निगम में भाजपा के 67 निवर्तमान पार्षद हैं। इधर, दून महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल के मुताबिक, पार्षद पद पर टिकट के लिए अभी तक उनके पास साढ़े सात सौ आवेदन आ चुके हैं। इनमें कई निवर्तमान पार्षद भी शामिल हैं। लेकिन, पार्टी में सक्रियता को प्रमुख तौर पर देखा जा रहा है।
आर्यनगर वार्ड से निवर्तमान पार्षद योगेश घाघट ने बुधवार को मंत्री गणेश जोशी और मंडल अध्यक्ष प्रदीप रावत को पार्षद प्रत्याशी के रूप में आवेदन दिया। उन्होंने मंत्री को अपने पांच साल के कार्यकाल के दौरान किए गए विभिन्न विकास कार्यों से भी अवगत करवाया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की ओर से नगर निगम में रायशुमारी के लिए तैनात पर्यवेक्षक बुधवार को महानगर कार्यालय में नहीं बैठे। दर्जाधारी राज्यमंत्री सुरेश भट्ट, पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल, विधि प्रकोष्ठ संयोजक संजय गुप्ता गुरुवार सुबह दस बजे से मेयर और पार्षद पद के लिए रायशुमारी करेंगे। पहले दिन धर्मपुर, केदारपुरम, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, शिवालिकनगर और दीनदयाल उपाध्याय मंडल में कार्यकर्ताओं की राय ली जाएगी। हर मंडल में रायशुमारी के लिए डेढ़-डेढ़ घंटे का समय होगा। इसके लिए विधायक, जिला एवं मंडल अध्यक्ष, महानगर पदाधिकारी, बूथ, शक्ति केंद्र संयोजक, पूर्व वरिष्ठ पदाधिकारियों का फीडबैक लिया जाएगा।
नगर पालिका चुनाव के मद्देनजर भाजपा मसूरी मंडल में पर्यवेक्षक पुरोला विधायक दुर्गेश लाल और विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक संजय गुप्ता ने कार्यकर्ताओं संग अध्यक्ष और सभासद पद पर रायशुमारी की। बुधवार को कुलड़ी क्षेत्र के एक होटल में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।