गीत-ग़ज़लों से सराबोर रही वनाकामं की काव्य गोष्ठी
वरिष्ठ कवियों और शायरों ने सुनाई बेहतरीन रचनाएं

देहरादून : वरिष्ठ नागरिक काव्य मंच उत्तराखंड इकाई की शनिवार को आनलाइन आयोजित अगस्त माह की काव्य गोष्ठी गीत-ग़ज़लों से सराबोर रही। वनाकामं की बिहार ईकाई की अध्यक्ष अंजू भारती मुख्य अतिथि रहीं, देहरादून की प्रसिद्ध कवयित्री सुमन तिवारी विशिष्ठ अतिथि रहीं।
सर्व प्रथम वरिष्ठ कवयित्री शोभा पराशर ने अपने सुमधुर कंठ से माँ सरस्वती का आवाहन किया। इसके बाद देहरादून के जाने माने शायर शादाब मशहदी ने अपने भावपूर्ण गीत से गोष्ठी का श्री गणेश कर पटल को एक नया आयाम दिया। प्रसिद्ध शायरा आभा सक्सेना दूनवी ने अलग ही कलेवर की एक सुंदर ग़ज़ल पढ़ी। डॉ. क्षमा कौशिक ने भारत गौरव गाथा सुना कर देश के गौरवमयी इतिहास को सामने रख दिया। विकासनगर से पवन शर्मा ने अपने अलग से अंदाज में माहिया और एक ग़ज़ल सुना कर भाव विभोर कर दिया।
विशिष्ठ अतिथि सुमन तिवारी जी ने देश भक्ति पर एक जोशीला गीत प्रस्तुत किया। वरिष्ठ कवि मुनिराम सकलानी ने स्वतंत्रता दिवस पर अपनी एक प्रेरणात्मक रचना सुनाई। वरिष्ठ शायर योगेश्वर गौड़ योगेश ने हमेशा की तरह अपने मस्त अंदाज में एक बेहतरीन गजल सुनाई। उत्तराखंड की स्वर कोकिला के नाम से जाने जाने वाली वरिष्ठ कवयित्री नीता कुकरेती ने आजाद देश के हालात पर एक सुंदर गीत गाया। शोभा पराशर ने दोहे से शुरू कर एक सुंदर गीत देश भक्ति पर प्रस्तुत किया।
वरिष्ठ साहित्यकार पुणे से आनलाइन जुड़े वरिष्ठ कवि मुकुंद नीलकंठ जोशी ने विज्ञान पर एक अद्भुत रचना पढ़ रख कर पटल को विस्मित कर दिया। प्रसिद्ध शायर शिवचरण शर्मा मुज़्तर ने बेहतरीन गजल से पटल को गुंजायमान कर दिया। वनाकामं के
सचिव लक्ष्मी प्रसाद बडोनी ‘ दर्द गढ़वाली’ ने सुंदर संचालन के साथ अपनी बेहतरीन ग़ज़ल से श्रोताओं का मन मोह लिया। आखिर में वनाकामं की उत्तराखंड ईकाई की अध्यक्ष महेश्वरी कनेरी ने अध्यक्षीय उदबोधन के बाद वीर शहीदों पर एक गीत प्रस्तुत किया।