शारदीय नवरात्रि शुरू, दुर्गा मंदिरों में लगा भक्तों का तांता
- पहले दिन भक्तों ने की मां शैलपुत्री की पूजा, घरों में की कलश की स्थापना

देहरादून: शारदीय नवरात्र के पहले दिन गुरुवार को सुबह से ही दुर्गा मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। घरों के साथ ही मंदिरों में घट स्थापना कर पूजा-अर्चना की गई। इस बार मां पालकी में सवार होकर आई हैं। नवरात्र के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की गई।
राजधानी में माता वैष्णो देवी गुफा योग मंदिर टपकेश्वर देहरादून में शारदीय नवरात्र पूजा, अनुष्ठान घट स्थापना, दुर्गा सप्तशती पाठ के साथ आरंभ की गई। मंदिर के संस्थापक आचार्य डा. बिपिन जोशी ने बताया कि आज सर्वप्रथम मां काली, लक्ष्मी, सरस्वती की स्वरुप पिंडियों और अष्टभुजी मां की मूर्ति को पवित्र गंगा जल से स्नान कराया गया और नए वस्त्र आभूषण धारण कराए गए।
विशेष पूजा अर्चना के साथ घट स्थापना की गई और हरियाली बोई गई। फिर दुर्गा सप्तशती पाठ किया गया। दिन में भजन मंडलियों द्वारा सुमधुर भजनों की प्रस्तुति दी गई। सायंकाल में माता वैष्णो देवी का विशेष श्रृंगार और आरती की गई।
आचार्य गणेश जोशी ने बताया कि नवरात्र के दिन घटस्थापना मुहूर्त सुबह 6:15 बजे से 7:22 बजे तक रहा। वहीं अभिजीत मुहूर्त 11:46 बजे से 12:33 बजे तक रहा। पांच और छह अक्तूबर को तृतीया तिथि रहेगी। इस दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाएगी।
बताया कि इस बार नवरात्र में तिथियां बढ़ रही हैं जोकि शुभ संकेत हैं। सात अक्तूबर को चौथा नवरात्र होगा। 11 अक्तूबर को अष्टमी और नवमी का पूजन एक ही दिन होगा। अष्टमी तिथि दस अक्तूबर को दोपहर 12:31 से शुरू होकर 11 अक्तूबर को दोपहर 12:06 पर समाप्त होगी।
इसके बाद नवमी तिथि शुरू होगी। घट स्थापना पर इस बार कन्या राशि में चतुर्ग्रही योग बन रहा है। जिसमें बुध, सूर्य, केतु और चंद्रमा विराजमान रहेंगे। उत्तराखंड विद्वत सभा के अध्यक्ष आचार्य विजेंद्र प्रसाद ममगाईं ने बताया कि नवरात्र में नौ अक्तूबर को कालरात्रि पूजा की जाएगी। वहीं 12 अक्तूबर को विजयदशमी का पर्व मनाया जाएगा।