हरिद्वार में हजारों मीट्रिक टन कूड़ा छोड़ गए शिवभक्त
- जिला प्रशासन और नगर निगम के लिए गंदगी के ढेर बने चुनौती, नगर निगम 26 जुलाई को चलाएगा विशेष सफाई अभियान

देहरादून/हरिद्वार: हरिद्वार में 11 जुलाई से शुरू हुआ कांवड़ मेला 23 जुलाई शिवरात्रि पर भले ही सकुशल संपन्न हो गया, लेकिन जिला प्रशासन और नगर निगम के लिए गंदगी के ढेर लगा चुनौती भी छोड़ गया। करीब 4.5 करोड़ शिवभक्त शहर में कई हजार मीट्रिक टन कूड़ा छोड़ गए हैं।
हरिद्वार में कांवड़ मेला सकुशल संपन्न होने के बाद शिव भक्त कांवड़िए हरिद्वार में कूड़ा छोड़ गए हैं। आलम ये है कि अब गंगा घाटों से लेकर कांवड़ पटरी मार्ग पर कूड़े का ढेर लग गया है। प्रशासन का कहना है कि कांवड़ मेले में साढ़े चार करोड़ से ज्यादा शिव भक्त हरिद्वार पहुंचे। हरकी पैड़ी समेत अन्य घाट और हाईवे पर गंदगी ही गंदगी नजर आ रही है, जिसे हटाना नगर निगम के लिए चुनौती है।
हरिद्वार नगर निगम आयुक्त नंदन कुमार ने बताया इस बार नगर निगम की ओर से कांवड़ मेला स्वच्छ वातावरण में समाप्त हो, उसी के मद्देनजर नगर निगम के कर्मचारियों के साथ ही एक हजार से अधिक अन्य कर्मचारियों को लगाया गया था, जो कांवड़ मेले के दौरान भी और मेला समाप्त होने के बाद भी दिन रात कूड़ा उठाने का काम कर रहे हैं। अब मेला खत्म होते हुए सभी घाटों की सफाई की जा रही है। कांवड़ मेले में आए करीब साढ़े चार करोड़ कांवड़िए हरिद्वार गंगा जल लेने आए थे, जो हरिद्वार शहर में करीब 7 हजार मीट्रिक टन कूड़ा छोड़ गए हैं, जिसे साफ किया जा रहा है।
नंदन कुमार ने बताया कि नगर निगम द्वारा ड्रोन से कूड़े को मॉनिटर किया जा रहा था, जिससे निगम को काफी मदद मिली, क्योंकि कई बार देखा जाता है कि धरातल पर इतना कूड़ा नहीं दिखता, बल्कि टॉप व्यू से कहां-कहां कूड़ा है, यह अधिक दिख जाता है। इसलिए हमने ड्रोन का सहारा लिया जो कि हमारे लिए काफी लाभदायक साबित हुआ।
उन्होंने बताया कि 26 जुलाई को हरिद्वार शहर में एक विशेष सफाई अभियान चलाया जाएगा। जिसमें हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण की भी शामिल किया जाएगा। साथ ही कई सामाजिक संस्थाओं के साथ हरिद्वार के आम नागरिकों को भी इसमें जोड़ा जाएगा।