उत्तराखंडधार्मिकपर्यटनमनोरंजनयुवासंस्कृति

उत्तरकाशी में माघ मेला का रंगारंग आगाज

धार्मिक दृष्टि से भी इस मेले का है पौराणिक महत्व

देहरादून: उत्तरकाशी का सुप्रसिद्ध धार्मिक, पौराणिक और सांस्कृतिक माघ मेले का भव्य आगाज हो गया है।पारंपरिक रूप से ‘बाड़ाहाट का थौलू‘ नाम से प्रसिद्ध इस मेले का शुभारंभ कंडार देवता की डोली एवं हरि महाराज के ढोल की पूजा अर्चना से होता है। इस दौरान गंगा और यमुना कलश भी मौजूद रहते हैं। इसके अलावा शहरभर में देवी देवताओं की डोली नृत्य भी मेले का खास आकर्षण है। जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण ने कहा कि मेले को इस साल भव्य और दिव्य रूप दिया गया है। उन्होंने मेले को गंगा और यमुनाघाटी की संस्कृति और परंपराओं का संगम बताया है।

सबसे पहले विश्वनाथ मंदिर से जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण की आगवानी में गंगा-यमुना कलश शोभायात्रा निकाली गई। इस अवसर पर बाड़ाहाट पट्टी के अधिपति कंडार देवता की डोली, बाड़ागड्डी पट्टी के आराध्य देव हरि महाराज के ढोल व डोली के साथ ही खंडद्वारी देवी, नागणी देवी, राज-राजेश्वरी देवी, नागराजा देवता सहित अनेक लोक देवताओं की डोलियों व प्रतीकों ने गंगा-स्नान करने के बाद नगर के प्रमुख मंदिरों का भ्रमण करने के बाद रामलीला मैदान में माघ मेले के उद्घाटन समारोह में भाग लिया। रामलीला मैदान में देवडोलियों व मेलार्थियों के पारंपरिक नृत्यों के साथ ही पौराणिक माघ मेला का विधिवत उद्घाटन किया गया।

 मुख्य अतिथि गंगोत्री क्षेत्र के विधायक सुरेश चौहान ने कहा कि पौराणिक व ऐतिहासिक महत्व का माघ मेला (बाड़ाहाट का थौलू) हमारी सांस्कृतिक एवं धार्मिक विरासत का प्रतीक है। उन्होंने माघ मेले के पारंपरिक स्वरूप और सांस्कृतिक आयामों को संरक्षित रखने पर जोर देते हुए कहा कि इसके लिए सभी लोगों को मिलजुल कर प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में जिले में तेजी से विकास के काम हो रहे हैं। सड़कों और स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ किया जा रहा है। दूर-दराज के क्षेत्रों तक बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए उल्लेखनीय काम हो रहे हैं। आम लोगों को सरकार के इन प्रयासों का पूरा लाभ उठाना चाहिए और विकास के कामों में एकजुट हो सहयोग करना चाहिए। उन्होंने आगामी 22 जनवरी को राम मंदिर में मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर जनपदवासियों से दीप प्रज्जवलित अपने हर्ष और उल्लास को अभिव्यक्त करने का आह्वान करते हुए कहा कि राम मंदिर बनने के आम लोगों की उत्कट आकांक्षा अब पूर्ण होने जा रही है। माघ मेला के उद्घाटन के अवसर पर गोस्वामी गणेश दत्त विद्या मंदिर तथा ऋषिराम शिक्षण संस्थान की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। साथ ही संग्राली गांव के महिलाओं ने पारंपरिक तांदी-रासो नृत्य प्रस्तुत कर लोक संस्कृति की छटा बिखेरी।

25 जनवरी तक चलेगा माघ मेला

माघ मेला के उद्घाटन समारोह में जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण ने कहा कि माघ मेला उत्तरकाशी का सबसे बड़ा और राज्य का प्रमुख मेला है। मेले को जिला पंचायत ने भव्य रूप दिया है। उन्होंने कहा कि मेले में न केवल गंगा यमुना की संस्कृति, विरासत, परंपरा देखने को मिलेगी, बल्कि राज्यभर से सांस्कृतिक दल आमंत्रित किए गए हैं। इसके अलावा विकास प्रदर्शनी भी मेले में लगाई गई है। मेले में स्कूली बच्चों के कार्यक्रम और लोक कलाकारों के कार्यक्रम भी होंगे। उन्होंने मेले में राज्य और देशभर से लोगों को आमंत्रित कर अनूठी लोक संस्कृति एवं विरासत का लुत्फ उठाने की अपील की है।

 इस मौके पर उप जिलाधिकारी डुंडा एवं मेलाधिकारी बृजेश कुमार तिवारी, जिला पंचायत उपाध्यक्ष कविता परमार, ब्लॉक प्रमुख भटवाड़ी विनीता रावत, ब्लॉक प्रमुख डुंडा शैलेन्द्र कोहली, ब्लॉक प्रमुख पुरोला रीता पंवार सहित अन्रेक जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य व गाम प्रधान तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।जिला पंचायत द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार इस बार माघ मेला आगामी 25 जनवरी तक आयोजित किया जाएगा। मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेलकूद प्रतियोगिताओं के साथ ही विकिास गोष्ठियों एवं आदि गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
08:35