एक अप्रैल से प्रदेश में फिर महंगी होगी बिजली
यूपीसीएल ने 25 से 30 प्रतिशत वृद्धि का प्रस्ताव किया है तैयार

देहरादून:उत्तराखंड में नए साल पर बिजली महंगी होगी या सस्ती इसको लेकर कयासबाजी शुरू हो गई है। लेकिन एक बार फिर उपभोक्ताओं की जेब पर फिर से महंगाई का बोझ पड़ना तय माना जा रहा है। जो कि बिजली की बढ़ी हुई कीमतें 1 अप्रैल 2024 से लागू होगी। बता दें कि इस साल नियामक आयोग ने दरों में 9.68 प्रतिशत और वहीं पिछले साल 2.68 प्रतिशत बढ़ोतरी की थी।
उत्तराखंड पॉवर कॉर्पोरेशन लिमिटेड बिजली के दामों में बढ़ोतरी के लिए प्रस्ताव तैयार कर चुका है। ऐसे में प्रदेश के 27 लाख उपभोक्ताओं को बिजली का झटका लगना तय माना जा रहा है। यूपीसीएल ने बिजली बढ़ोतरी से संबंधित याचिका नियामक आयोग में दाखिल करने के लिए 23 दिसंबर तक की डेडलाइन मांगी है। जो कि पहले 30 नवंबर तय की गई थी, इसे बढ़ाकर 23 दिसंबर किया गया है।
सूत्रों के अनुसार यूपीसीएल ने 25 से 30% बढ़ोतरी का प्रस्ताव तैयार कर लिया है। 16 दिसंबर को होने वाली बैठक में इसका प्रस्ताव रखा जाएगा। बढ़ोतरी के पीछे निर्धारित से अधिक दामों पर बाजार से बिजली खरीद कर निर्धारित कर से अधिक खर्च के अलावा यूपी से बंटवारे में मिली प्रतिभूतियों का करीब 3900 करोड़ खर्च शामिल है।
नियामक आयोग ने बिजली खरीद की जो दरें तय की थी, बाजार में उससे महंगी बिजली मिली है। जिसका खर्च नए टैरिफ में शामिल किया जाएगा। साथ ही नियामक आयोग ने साल भर में जो कुल खर्च तय किया था, उससे अधिक खर्च हुआ है।
इसकी भरपाई नए टैरिफ में की जाएगी, इसका एक अन्य कारण यूपी उत्तराखंड के बीच प्रतिभूतियों के बंटवारे के बाद उसे पर यूपीसीएल के करीब 3900 करोड़ की देनदारी को भी माना जा रहा है। हालांकि बोर्ड की मुहर के बाद ही इस पर फैसला हो पाएगा। यूपीसीएल प्रबंधन इसी बीच बिजली दरों में बढ़ोतरी का प्रस्ताव नियामक आयोग को भेजेगा। प्रस्ताव पर मुहर लगने के बाद जनसुनवाई होगी। इसके बाद नियामक आयोग बिजली दर तय करेगा।