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रुद्रप्रयाग जिले में भारी बारिश से तबाही, 10 लापता, एक की मौत 

रुद्रप्रयाग: रुद्रप्रयाग जिले की बसुकेदार तहसील में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। छेनागाड़ डुगर गांव और जौला बड़ेथ गांव में कुछ लोग लापता बताए जा रहे हैं। जबकि, चमोली की देवाल तहसील के मोपाटा में अतिवृष्टि की घटना में दो लोग लापता हैं। साथ ही 25 पशुओं के बहने की भी सूचना है।

  जनपद के जखोली मुख्यालय में बारिश से भारी नुकसान हुआ है। देर रात हुई बारिश से जनपद की सभी सड़कें तो बाधित हैं तो वहीं नदी-नाले उफान पर हैं। जखोली विकासखंड के सीमांत गांव छेनागाड में बादल फटने से तबाही मच गई। बताया जा रहा है कि 10 लोग लापता है। वहीं विकासखंड जखोली मुख्यालय में मकान टूट जाने से सरिता देवी (45) पत्नी जसपाल मूलनिवासी ललूडी टेंडवाल का मकान टूट जाने से महिला की दबकर मौत हो गई है। जखोली के मायली बाजार में देर रात भारी बारिश के चलते मलवे की चपेट में आया एक पिकअप वाहन भी गहरी खाई में गिर चुका है। जनपद की लगभग सभी सड़के बंद हैं, वहीं अधिकांश क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति बाधित है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रुद्रप्रयाग के तहसील बसुकेदार क्षेत्र के अंतर्गत बड़ेथ डुंगर तोक और जनपद चमोली के देवाल क्षेत्र में बादल फटने के कारण मलबा आने से कुछ परिवारों के फंसे होने की घटना पर दुःख जताया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। मुख्यमंत्री इस संबंध में निरंतर अधिकारियों से संपर्क में हैं। मुख्यमंत्री ने आपदा सचिव और जिलाधिकारियों से बात कर बचाव कार्यों के प्रभावी संचालन हेतु आवश्यक निर्देश दिए हैं।

रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर संचालित किए जा रहे हैं। जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग प्रतीक जैन आपदा कंट्रोल रूम से लगातार अधिकारियों से संपर्क बनाए हुए हैं। सभी जिलास्तरीय अधिकारी जिला आपदा कंट्रोल रूम में परस्पर समन्वय के साथ लगातार कार्य कर रहे हैं। प्रभावित क्षेत्रों में छभ्, च्ॅक्, च्डळैल् की अलग अलग टीम रास्ता खोलने के लिए जुटी हुई हैं। प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए वैकल्पिक मार्गों को चिन्हित कर राहत एवं बचाव दल भेजे जा रहे हैं। अधिकारियों को संबंधित राजस्व निरीक्षक एवं अन्य कार्मिकों के साथ प्रभावित ग्रामों में तत्काल कार्यवाही के लिए भेज दिया गया है।

राहत व बचाव कार्यों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस एवं राजस्व विभाग की टीमें सक्रिय रूप से जुटी हुई हैं। नोडल अधिकारियों की तैनाती की गई है।
तैनात नोडल अधिकारी
तालजामण क्षेत्रः मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी अगस्त्यमुनि, जिला समाज कल्याण अधिकारी एवं जिला उद्यान अधिकारी।
छेनागाढ़ क्षेत्रः जिला पंचायत राज अधिकारी, सहायक अभियन्ता (ग्रामीण निर्माण विभाग), जिला आबकारी अधिकारी एवं जिला परियोजना अधिकारी।
देवल गांव क्षेत्रः महाप्रबंधक उद्योग विभाग एवं सहायक प्रबंधक उद्योग विभाग।
स्यूर क्षेत्रः उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी।

जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने सभी नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे तत्काल अपने-अपने तैनाती स्थल पर पहुँचकर खोज-बचाव, राहत कार्यों एवं क्षति का आंकलन करें तथा संबंधित जानकारी फोटो सहित जिला आपातकालीन परिचालन केन्द्र के दूरभाष संख्या 8958757335 पर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।

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