
देहरादून/ऋषिकेश: उज्जैन से ऋषिकेश पहुंची ट्रेन के एक कोच में पॉलीथिन के पैकेट में महिला के हाथ और पैर मिलने से सनसनी फैल गई। रेलवे पुलिस ने तत्काल उच्चाधिकारियों को मामले की सूचना दी। बता दें कि बीते 9 जून को इंदौर में एक युवती का धड़ मिला था, जिसको देखते हुए इंदौर पुलिस से संपर्क साधा जा रहा है। रेल अधिकारियों का कहना है कि इंदौर से ऋषिकेश तक उन तमाम जगह सीसीटीवी कैमरों को खंगाला जाएगा, जहां-जहां ट्रेन रुकती है, ताकि शव की गुत्थी को सुलझाया जा सके।
जीआरपी देहरादून के प्रभारी निरीक्षक त्रिवेंद्र सिंह राणा ने बताया कि ऋषिकेश स्टेशन में उज्जैनी एक्सप्रेस सोमवार शाम को पहुंची थी। ट्रेन की धुलाई के दौरान कर्मियों को स्लीपर के दो कोचों के बीच टाॅयलेट के बगल में एक थैला दिखा, जिससे गंध आ रही थी। जिसकी सूचना कर्मियों ने रेलवे पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब प्लास्टिक के कट्टे को खोलकर देखा तो उसमें कटे हुए हाथ व पैर थे। हाथों के नाखूनों पर नेल पॉलिस व कलाई में चूड़िया थी, जिससे स्पष्ट हो रहा था कि उक्त अंग महिला के हैं।
उन्होंने बताया कि उक्त ट्रेन मध्यप्रदेश के इंदौर से आगे लक्ष्मीबाई नगर से शुरु होती है। इसलिए उन्होंने इंदौर के जीआरपी एसएचओ संजय शुक्ला से घटना को लेकर बात की। संजय शुक्ला ने उन्हें बताया कि बीते नौ जून को इंदौर में एक अन्य ट्रेन में सीट के नीचे से महिला का शव मिला है। जिसमें हाथ व पांव कटे हुए हैं। उक्त महिला की उम्र करीब 25 वर्ष बताई जा रही है। इस संबंध में इंदौर रेलवे थाने में अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा भी दर्ज है। एसएचओ जीआरपी देहरादून एस राणा ने बताया कि उक्त अंगों की फॉरेंसिक जांच के लिए टीम बुलाई गई थी,अंगों का डीएनए लिया जाएगा। बताया कि अंगों को एम्स मोर्चरी भेज दिया गया है। कहा कि मामले में इंदौर जीआरपीएफ के संपर्क में हैं और पूरा सहयोग किया जा रहा है।