
देहरादून : उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में ट्रक और इनोवा कार की टक्कर में चार छात्र व दो छात्राओं की मौत हो गई। इनमें एक छात्र हिमाचल प्रदेश का रहने वाला है। हादसे में एक अन्य घायल है। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे में कार के परखच्चे उड़ गए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस दर्दनाक सड़क हादसे में छह युवाओं के निधन पर गहरा दुख जताया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह समाचार अत्यंत हृदय विदारक है।
मुख्यमंत्री ने ईश्वर से प्रार्थना की है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
सोमवार देर रात ओएनजीसी चौक पर बल्लूपुर की तरफ से आ रही इनोवा कार की कृष्ण नगर चौक की तरफ से आ रहे ट्रक से टक्कर हो गई। इस हादसे में छह लोगों की मौत हो गई। जबकि एक अन्य घायल हो गया। चालक ट्रक छोड़कर मौके से फरार हो गया। पुलिस ने पांच शव दून अस्पताल और एक शव महंत इंद्रेश अस्पताल भेजा है। सूचना मिलते ही एसपी सिटी अस्पताल पहुंचे।
हादसे में कार सवार गुनीत (19) पुत्र तेज प्रकाश सिंह निवासी 10ए साई लोक जीएमएस रोड देहरादून, कुणाल कुकरेजा (23) पुत्र जसवीर कुकरेजा निवासी 359/1 गली नंबर 11 राजेंद्र नगर देहरादून मूल निवासी चंबा (हिमाचल प्रदेश), नव्या गोयल (23) पुत्री पल्लव गोयल निवासी 11 आनंद चौक तिलक रोड, अतुल अग्रवाल (24) पुत्र सुनील अग्रवाल निवासी कालिदास रोड, कामाक्षी (20) पुत्री तुषार सिंघल निवासी 55/1 20 कावली रोड देहरादून, ऋषभ जैन (24) पुत्र तरुण जैन निवासी राजपुर रोड की मौत हुई है। कार सवार एक अन्य युवक सिद्धेश अग्रवाल (23) पुत्र विपिन कुमार अग्रवाल निवासी आशियाना शोरूम मधुबन के सामने राजपुर रोड गंभीर रूप से घायल हो गया।
बिखरा पड़ा था खून, धड़ से अलग पड़ी थी गर्दन
रात के एक बजे थे। ओएनजीसी चौक पर खौफनाक सन्नाटा पसरा पड़ा था। लोग समझ नहीं पा रहे थे कि यह क्या हुआ। ट्रक की टक्कर से चकनाचूर हो चुकी कार से कुछ दूर दो गर्दन धड़ से अलग पड़ी थी। एक लड़की कार के पास ही बुरी तरह से जख्मी हालत में बेसुध पड़ी थी। किसी ने उसको टटोला तो उसके शरीर में जान ही नहीं थी। हालत देखकर किसी ने जैकेट से उसका मुंह ढक दिया। सड़क के दूसरी ओर बुरी तरह से चेहरा कटा एक और लड़की का शव पड़ा था। अभी इस सिर को देख कर लोग अफसोस कर ही रहे थे कि थोड़ी ही दूरी पर एक और सिर पड़ा हुआ दिखाई दिया। पास जा कर देखा तो यह सिर एक लड़के का था। सड़क पर खून ही खून बिखरा पड़ा था। लोग कुछ कहने की स्थिति में ही नहीं थे। पुलिस की गाड़ी आई और इसके बाद क्षत-विक्षत अंगों को इकट्ठा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पोस्टमार्टम के दौरान कोरोनेशन अस्पताल में भीड़ लगी हुई थी। हादसे के शिकार युवक-युवतियों के परिवारजनों की आंख से बह रहे आंसू थम नहीं रहे थे और कुछ तो पत्थर जैसे हो गए थे। एसएसपी अजय सिंह ने घटना को बेहद दुखद बताया। कहा कि हादसे की वजह ओवरस्पीडिंग होना प्रतीत हो रहा है। दून पुलिस की सभी युवाओं से अपील है कि जोश में वाहन को तेज गति से न चलायें, आपका जीवन आपके परिजनों के साथ-साथ देश के लिए भी महत्वपूर्ण है।
बहुत दुखद