ईडी के शिकंजे से हरक सिंह रावत बौखलाए, भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला, लगाए गंभीर आरोप, आत्महत्या तक की दी धमकी

देहरादून: पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत पर प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। शुक्रवार 18 जुलाई को ईडी ने सहसपुर जमीन फर्जीवाड़े में हरक सिंह और उनकी पत्नी समेत पांच लोगों के खिलाफ विशेष कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई थी, वहीं शनिवार को हरक सिंह रावत ने प्रेस वार्ता कर अपना पक्ष रखा। हरक सिंह रावत ने ईडी की इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया।
हरक सिंह रावत का आरोप: हरक सिंह रावत ने ईडी और बीजेपी पर आरोप लगाते हुए बताया कि बीते एक साल से उनका मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है। सरकार के दबाव में ईडी दिन को रात और रात को दिन बताने में लगी हुई है। हरक सिंह रावत का कहना है कि जमीन खरीद मामले में ईडी गुमराह करने का काम कर रही है।
राजनीति से संन्यास लेने तक की कही बात: हरक सिंह रावत ने यहां तक कहा है कि यदि उनके ऊपर लगे आरोप साबित हो गए तो वह हमेशा के लिए राजनीति से संन्यास ले लेंगे। हरक सिंह रावत ने ईडी की तरफ से दायर की गई चार्जशीट को भी पूरी तरह से फर्जी बताया है
राजनीतिक दबाव में काम कर ही ईडी: हरक सिंह रावत का कहना है कि उनके उनके पास जमीनों से संबंधित सभी दस्तावेज सौ प्रतिशत सही है। यह बात ईडी को भी पता है, इसलिए वह ईडी के अधिकारियों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कराएंगे, सिर्फ राजनीतिक दबाव की वजह से उनके खिलाफ चार्जशीट जारी की गई है।
विपक्ष के नेताओं को डराने का जरिया बन गई ईडी: हरक सिंह ने कहा कि जिस संस्थान से निष्पक्षता की उम्मीद की जाती है, वही आज सत्ता के इशारे पर विपक्षी नेताओं को डराने का जरिया बन गई है। सुप्रीम कोर्ट भी कई बार ईडी और सीबीआई जैसी संस्थानों को विपक्षी दलों के नेताओं का शोषण करने पर फटकार लगा चुकी है।