….और हाथ हिलाकर चले गए शिक्षा मंत्री
- पीटीए शिक्षक नहीं कर पाए शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत से मुलाकात, शिक्षा महानिदेशक अभिषेक रूहेला ने दिया सकारात्मक कदम उठाने का आश्वासन, भाजपा विधायक विनोद चमोली ने भी पीटीए शिक्षकों को दिया आश्वासन

देहरादून: राजकीय मानदेय की परिधि में लाने की मांग के लिए आंदोलनरत प्रदेश के अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत पीटीए शिक्षकों की मांग 57 दिन बाद भी पूरी नहीं हो सकी है। आंदोलनकारी शिक्षकों का धरना सोमवार को भी शिक्षा निदेशालय के गेट पर जारी रहा। इन शिक्षकों ने शिक्षा मंत्री से मिलने की कोशिश भी की, लेकिन मंत्री जी हाथ हिलाकर चले गए, हालांकि महानिदेशक अभिषेक रूहेला समेत शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने उन्हें मांग पूरी करने का आश्वासन दिया। आंदोलनकारी शिक्षकों ने विधायक विनोद चमोली को भी ज्ञापन सौंपकर अपनी ब्यथा सुनाई।
ननूरखेड़ा स्थित शिक्षा निदेशालय में सोमवार को शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत का कार्यक्रम था, लेकिन उन्हें आंदोलनरत पीटीए शिक्षकों से मिलने की फुर्सत नहीं मिली। इस पर पीटीए शिक्षकों ने एक बार फिर शिक्षा विभाग के अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई। महानिदेशक शिक्षा अभिषेक रूहेला ने आंदोलनकारियों की बात सुनी और सकारात्मक कदम उठाने का आश्वासन दिया।
उल्लेखनीय है कि माध्यमिक शिक्षा निदेशक डाॅ. मुकुल कुमार सती ने तीन दिन के भीतर सभी सीईओ से कट ऑफ डेट 30 जून 2016 के बाद नियुक्त शिक्षकों की रिपोर्ट मांगी थी, लेकिन जिलों से रिपोर्ट नहीं मिली। वहीं, कुछ जिलों ने योग्यता न रखते वालों के प्रस्ताव निदेशालय को भेज दिए।
अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत पीटीए शिक्षकों का कहना है कि सरकार उनके हितों की अनदेखी कर रही है। विद्यालयों में वर्षों की सेवा के बावजूद उन्हें मानदेय से वंचित रखा गया है। इधर, आंदोलनरत पीटीए शिक्षकों का धरना 57वें दिन भी जारी रहा। धरना देने वालों में नीरज कुमार, विनोद राणा, उपेंद्र बहुगुणा, सुरेश, राजेश, पूनम, आरती, सोनाली, सोनम, गौरव, सुमित, सुनील आदि शामिल थे।