केदारनाथ सीट के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच 60 फीसद मतदान

देहरादून: केदारनाथ विधानसभा उप चुनाव में बुधवार को कड़ी सुरक्षा के बीच 60 फीसद से ज्यादा मतदान हुआ।कई बूथों पर देंर शाम मतदाताओं की लाइन लगी रही। इसके साथ ही कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत और भाजपा की आशा नौटियाल समेत छह प्रत्याशियों का भाग्य मतपेटियों में बंद हो गया।
केदारनाथ विस में महिला मतदाता हमेशा से निर्णायक रहे हैं। वर्ष 2002 से 2022 तक हुए विस चुनाव में महिला मतदाताओं की संख्या अधिक रही है। दोपहर तीन बजे तक 47 फीसदी मतदान हुआ है। वहीं, दोपहर बाद भी मतदान केंद्रों पर वोटिंग के लिए लंबी लाइन लगी थी। केदारनाथ विस उप चुनाव केदारनाथ मंदिर तक सीमित होकर गया। पूरे प्रचार में कांंग्रेस ने सरकार पर केंदारनाथ मंदिर को लेकर निशाना साधा। वहीं, सरकार भी ज्यादातर मौकों पर सफाई देती रही, जिसके चलते जनता से जुड़े सड़क, स्वास्थ्य, संचार, शिक्षा जैसे बुनियादी मुद्दे इस अहम चुनाव में गौंण होकर रह गए। अन्य प्रत्याशियों ने भी जनता की नब्ज नहीं पकड़ी।
चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा उम्मीदवार आशा नौटियाल ने ऐश्वर्य के घर जाकर उनके साथ लंच किया तो अपने राजनीतिक शिष्य के चुनाव प्रचार में उतरे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी पार्टी नेताओं की टोली लेकर ऐश्वर्य के घर पहुंच गए। दोनों दलों का मकसद कांग्रेस और भाजपा में रहीं शैलारानी के उस वोट बैंक को साधने की है, जो दलीय विचार से इतर उनके व्यक्तिगत संबंधों के कारण उनके पीछे चला।
केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव में अचानक पूर्व विधायक दिवंगत रावत शैलारानी की बेटी ऐश्वर्य की राय महत्वपूर्ण मानी गई। टिकट की मुराद पूरी न होने के बाद ऐश्वर्य की चुप्पी ने भाजपा और कांग्रेस को अपने-अपने ढंग से प्रभावित किया है। वह भाजपा और कांग्रेस की उम्मीदों की धुरी बन गई हैं।