एनआईईपीवीडी में बिखरे कविता के विविध रंग
- राष्ट्रीय कवि संगम और मित्र लोक मंच ने किया काव्य गोष्ठी का आयोजन, दृष्टि दिव्यांग बच्चों की रचनाओं ने सभी कवियों का मोह लिया मन

देहरादून: राष्ट्रीय कवि संगम (महिला-पुरुष) महानगर शाखा एवं ‘मित्र-लोक’ साहित्यिक-सामाजिक मंच के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को राजपुर रोड स्थित राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान (एनआईईपीवीडी) में आयोजित काव्य संध्या में काव्य के विविध रंग बिखरे। इस मौके पर दृष्टि दिव्यांग विद्यार्थियों ने भी अपनी रचनाओं से सभी कवियों का मन मोह लिया। वरिष्ठ कवि पवन शर्मा के शानदार संचालन में शहर के 27 रचनाकारों तथा 10 दृष्टि दिव्यांग बाल रचनाकारों ने काव्य पाठ किया।
देहरादून के वरिष्ठ साहित्यकार कृष्णदत शर्मा ‘कृष्ण’ की अध्यक्षता में ख्यातिलब्ध शायर अंबर खरबन्दा, ओज कवि श्रीकांत ‘श्री’, मित्रलोक मंच के अध्यक्ष आनन्द दीवान, डाॅ. शैलेन्द्र कौशिक अध्यक्ष, महानगर इकाई (पुरुष) और प्रसिद्ध ग़ज़लकार मीरा नवेली की गरिमामयी उपस्थिति ने मंच को समृद्धता प्रदान की।
सर्वप्रथम मंचासीन एवं गोष्ठी में पधारे वरिष्ठ साहित्यकारों ने माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर माँ शारदे को नमन किया। तत्पश्चात माँ सरस्वती की वरद् पुत्री मधुर कंठ की स्वामिनी प्रसिद्ध कवयित्री महिमा ‘श्री’ ने “माँ शारदे” की वन्दना कर ‘काव्य-गोष्ठी’ का शुभारंभ किया।
राष्ट्रीय कवि संगम के संरक्षक अनिल अग्रवाल और वरिष्ठ साहित्यकार इन्दू अग्रवाल तथा सुमधुर गीतकार शिवमोहन सिंह, दुष्यन्त पुरस्कार/त्रिवेणी पुरस्कार से सम्मानित जसबीर सिंह ‘हलधर’, सत्यप्रकाश शर्मा ‘सत्य’, जीके पिपिल, महेश्वरी कनेरी, संजय प्रधान, नरेन्द्र दीक्षित, अंशु जैन, गार्गी मिश्रा आदि ने अपनी रचनाओं से गोष्ठी को भव्यता प्रदान की।
महिला इकाई की महामन्त्री कवयित्री इन्दू जुगरान जी, गोष्ठी प्रमुख नीरू गुप्ता ‘मोहिनी’, राष्ट्रीय कवि संगम की मीडिया प्रभारी तसनीमा कौसर, जावेद अहमद के मनहर काव्य-पाठ ने गोष्ठी को शीर्षता प्रदान की। कवयित्री शिवानी रात्रा और कवयित्री अमायरा ज्योति भण्डारी की राष्ट्रीय कवि संगम की गोष्ठी में प्रथम काव्य-प्रस्तुति ने विशेष रूप से प्रभावित किया। बाल कवि श्रीतिक कुमार के कविता-वाचन ने सबके मन को मोह लिया।
राष्ट्रीय कवि संगम विगत कई वर्षों से दृष्टि दिव्यांग बालकों-बालिकाओं (कवियों/कवयित्रियों) की साहित्यिक अभिरुचि में वृद्धि करने और उनकी काव्य प्रतिभा को सँवारने-निखारने के लिए राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान में काव्य-गोष्ठी/कविता-प्रतियोगिता का आयोजन करता रहा है। साथ ही विगत तीन वर्षों से एक बाल-कवि और दो अन्य विद्यार्थियों की काव्य-प्रस्तुति के आधार पर उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए “बाल कवि सम्मेलन” तथा “दस्तक – नयी पीढ़ी” कार्यक्रम में काव्य-पाठ हेतु आमंत्रित करता रहा है।
इस गोष्ठी में भी इसी उद्देश्य से 10 दृष्टि दिव्यांग कवियों/कवयित्रियों वैष्णवी कक्षा-6, कनिष्का कक्षा-7, सुरभि कक्षा-8, वन्दना कक्षा-9, सोनाली कक्षा-10, कृष पाण्डेय कक्षा-8, उज्ज्वल कक्षा-9, देश कुमार कक्षा-11, अरहान कक्षा-12 और गुलाब चन्द्र कक्षा-12 ने स्वरचित कविताओं के माध्यम से सभी को अपनी काव्य-प्रतिभा से भाव-विभोर कर दिया।
क्षेत्रीय महामन्त्री श्रीकांत ‘श्री’ और वरिष्ठ शायर अंबर खरबंदा ने आज काव्य-प्रस्तुति देने वाले दृष्टि दिव्यांग कवियों में से एक बाल कवि और दो अन्य कवियों को दस्तक नयी पीढ़ी में अवसर प्रदान करने का आश्वासन दिया। कविता-पाठ करने के साथ-साथ काव्य संध्या का अत्युत्तम संयोजन/व्यवस्था कवि सतेन्द्र शर्मा ‘तरंग’, कवि पवन कुमार सूरज, वरिष्ठ कवि संजय प्रधान जी और राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान के हिन्दी अध्यापक श्री धर्मेन्द्र सिंह राठौर जी द्वारा की गयी। काव्य गोष्ठी में अनिल अग्रवाल, डाॅ. प्रिया कौशिक एवं दृष्टि दिव्यांग विद्यार्थी मौजूद रहे। गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ कवि कृष्ण दत्त शर्मा ‘कृष्ण’ जी ने काव्य-पाठ के साथ ही सभी कवियों/कवयित्रियों को आशीर्वाद रूपी उद्बोधन प्रदान किया।