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सीएम से मिले प्रेम चंद, कार्रवाई पर संशय

-दोनों नेताओं ने एक-दूसरे को होली उत्सव की दी शुभकामनाएं, पहाड़ी-मैदान विवाद की हवा निकली, सीएम ने भी मुद्दे को किया खारिज

देहरादून: पहाड़ी-मैदान विवाद के बाद मुश्किलों का सामना कर रहे वित्त मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल ने बुधवार को होली उत्सव के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को गुलदस्ता भेंट किया। मजे की बात यह है कि दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात पहाड़ी राज्य में अग्रवाल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के कम होने के बाद हुई है। यही नहीं इस मुलाकात के बाद कार्रवाई पर भी संशय पैदा हो गया है।
अग्रवाल ने सोशल मीडिया पर लिखा, “मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ मेरी सौहार्दपूर्ण मुलाकात हुई। इस पावन अवसर पर मैंने उन्हें रंगों के महान त्योहार होली की शुभकामनाएं दीं।” मुख्यमंत्री के साथ अपनी तस्वीर साझा करते हुए अग्रवाल ने उत्तराखंड के लोगों को संदेश देने की कोशिश की कि इस मुद्दे पर उन पर कार्रवाई नहीं हो सकती। अग्रवाल ने पिछले महीने विधानसभा में कथित तौर पर अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया था, जिससे मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस नाराज हो गई थी, जो उन्हें मंत्रिमंडल से हटाने की मांग कर रही थी।
इस मुद्दे के बड़े विवाद में तब्दील होने के बाद धामी दिल्ली गए, जहां उन्होंने इस मुद्दे पर पार्टी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की। हालांकि, जब धामी देहरादून वापस आए तो उन्होंने इस मुद्दे को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि उन्हें कुछ नहीं पता, जाहिर तौर पर मंत्रिमंडल में कोई बदलाव नहीं होगा। मीडिया रिपोर्टों ने अटकलों को और हवा देते हुए संकेत दिया था कि धामी जल्द ही अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल कर सकते हैं।
राज्य में विवाद के बड़ा मुद्दा बनने के बाद भाजपा आलाकमान पर अग्रवाल को हटाने का दबाव बढ़ रहा है। अग्रवाल द्वारा खेद जताए जाने के बावजूद पिछले दिनों उत्तराखंड के कई हिस्सों में इस मुद्दे पर विरोध रैलियों का आयोजन किया गया था। लोकसभा सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी ने भी अप्रत्यक्ष रूप से अग्रवाल को हटाने की मांग की। पौड़ी जिले के कोटद्वार कस्बे में संवाददाताओं से बलूनी ने कहा, “यह (अग्रवाल की टिप्पणी) दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। आप जानते हैं कि मैं भाजपा का मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता हूं, मुझे मर्यादा का पालन करना होगा। लेकिन मैंने पार्टी फोरम में यह मुद्दा उठाया है।” इससे पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी अग्रवाल को हटाने की मांग करते हुए एक बयान दिया था। विवाद पर टिप्पणी करने के लिए पूछे जाने पर रावत ने एक वीडियो साक्षात्कार में कहा था, “यह घटना पहली बार हुई है…केंद्र ने घटना का संज्ञान लिया होगा या ले रहा होगा।”

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